क्या गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने खावड़ा में आरई पार्क का दौरा किया?

सारांश
Key Takeaways
- खावड़ा आरई पार्क का निर्माण हरित ऊर्जा के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
- मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रगति की समीक्षा की।
- इस पार्क से 2028 तक 37 गीगावाट बिजली का उत्पादन होगा।
- यह पार्क 1.85 करोड़ घरों को बिजली प्रदान करेगा।
- सरकारी और निजी कंपनियों का सहयोग महत्वपूर्ण है।
खावड़ा, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को खावड़ा के निकट बन रहे सबसे बड़े हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा (आरई) पार्क का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न कंपनियों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से सौर एवं पवन ऊर्जा के हरित विकास की झलक देखी, अधिकारियों के साथ जारी कार्यों की समीक्षा की और हरित ऊर्जा के दृष्टिकोण पर मार्गदर्शन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खावड़ा आरई पार्क का शिलान्यास हरित विकास के माध्यम से विकसित गुजरात का मार्ग प्रशस्त करने के लिए किया था। यह पार्क लगभग 800 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और इसका लक्ष्य 2028 तक 37 गीगावाट शत-प्रतिशत पर्यावरण अनुकूल बिजली उत्पादन करना है।
खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क से 2028 तक देश के लगभग 1.85 करोड़ घरों को बिजली मिलेगी।
गुजरात पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के मुख्य परियोजना अधिकारी राजेंद्र मिस्त्री ने मुख्यमंत्री को पार्क में अब तक किए गए कार्यों और प्रगति पर एक प्रस्तुति दी।
उल्लेखनीय है कि इस आरई पार्क में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, गुजरात इंडस्ट्रीज पावर कंपनी लिमिटेड, गुजरात पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, सर्जन रियलिटीज प्राइवेट लिमिटेड जैसी सरकारी और निजी कंपनियों की परियोजनाओं के माध्यम से बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।
इस अवसर पर कच्छ कलेक्टर आनंद पटेल, नेता देवजीभाई वरचंद, नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अजय सहगल, अदाणी ग्रुप के प्रोजेक्ट हेड तीर्थनाथ सिंह, सर्जन रियलिटी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि अनिल मुसर और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।