क्या गुजरात में बारिश ने किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया?
सारांश
Key Takeaways
- किसानों की फसलें भारी नुकसान में हैं।
- मुख्यमंत्री ने राहत पैकेज का आश्वासन दिया है।
- सरकार ने त्वरित राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
- फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण तेजी से किया जाएगा।
- सरकार किसानों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
गांधीनगर, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल के दिनों में गुजरात के कई क्षेत्रों में हुई भारी बारिश ने किसानों की खड़ी फसलों को गंभीर नुकसान पहुँचाया है। इस स्थिति को देखते हुए, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को अपने ट्वीट में यह जानकारी दी कि जल्द ही राहत और सहायता पैकेज की घोषणा की जाएगी।
भूपेंद्र पटेल ने किसानों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इस कठिन दौर में उनके साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में राज्य के कई जिलों में हुई अनियोजित वर्षा से किसानों को व्यापक क्षति का सामना करना पड़ा है। सरकार ने इस आपदा को गंभीरता से लेते हुए त्वरित राहत कार्य आरंभ कर दिए हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के मंत्रियों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है और किसानों की समस्याओं को समझा है। उन्होंने फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण कार्य शीघ्रता से समाप्त करने के निर्देश दिए हैं ताकि सहायता योजना को तुरंत लागू किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि वे निरंतर मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हैं ताकि राहत प्रक्रियाओं में कोई भी देरी न हो। उन्होंने किसानों से कहा कि राज्य सरकार उनके हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में सरकार प्रभावित किसानों के लिए राहत और सहायता पैकेज की योजना बनाएगी, जिससे उन्हें इस आर्थिक संकट से बाहर निकलने में मदद मिल सके।
शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी, जिसमें कृषि विभाग, राजस्व विभाग और आपदा प्रबंधन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए थे।
बैठक में बेमौसम बारिश से हुए नुकसान का मूल्यांकन, राहत वितरण की योजना और सर्वेक्षण प्रक्रिया पर चर्चा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित किसानों तक शीघ्रतम सहायता पहुँचाई जाए।