क्या गुजरात में 24 नवंबर से एमएसपी पर धान-बाजरा समेत कई फसलें खरीदी जाएंगी?
सारांश
Key Takeaways
- 24 नवंबर से धान, बाजरा, ज्वार, मक्का और रागी की खरीद शुरू।
- किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलें खरीदने का मौका।
- किसान कल्याण के लिए 10,000 करोड़ रुपए का पैकेज।
- राज्य में 113 खरीद केंद्र स्थापित।
- एनएफएसए योजना के तहत मुफ्त अनाज वितरण।
गांधीनगर, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात सरकार ने खरीफ मार्केटिंग सीजन 2025-26 के अंतर्गत किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए धान, बाजरा, ज्वार, मक्का और रागी की सीधी खरीद 24 नवंबर से आरंभ करने की सूचना दी है। कृषि मंत्री जीतुभाई वाघाणी ने राजकोट में इसकी आधिकारिक पुष्टि की।
हाल ही में, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए 10,000 करोड़ रुपए का ऐतिहासिक पैकेज की घोषणा की थी। इस बार किसानों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए एमएसपी पर खरीद का यह निर्णय लिया गया है, जिससे राज्य के लाखों किसानों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है।
कृषि मंत्री वाघाणी ने बताया कि किसानों से धान की खरीद प्रति हेक्टेयर 1500 किलोग्राम की मात्रा पर आधारित होगी। राज्य में धान खरीद के लिए 113 केंद्र हैं, जबकि अन्य फसलों के लिए अलग-अलग खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं। बाजरा के लिए 150 केंद्र, ज्वार के लिए 50 केंद्र, मक्का के लिए 82 केंद्र और रागी के लिए 19 केंद्र बनाए गए हैं।
खरीद प्रक्रिया 24 नवंबर 2025 से लेकर 31 जनवरी 2026 तक चलेगी।
प्रति हेक्टेयर खरीद मात्रा (फसलों के अनुसार): बाजरा 1848 किलोग्राम, ज्वार 1539 किलोग्राम, मक्का 1864 किलोग्राम और रागी 903 किलोग्राम है। फसल खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) धान के लिए 2369–2389 रुपए प्रति क्विंटल, बाजरा के लिए 3075 रुपए प्रति क्विंटल, ज्वार (हाइब्रिड) के लिए 3999 रुपए प्रति क्विंटल, ज्वार (मालदांडी) के लिए 4049 रुपए प्रति क्विंटल, मक्का के लिए 2400 रुपए प्रति क्विंटल और रागी के लिए 5186 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
फसलों की विस्तृत खरीद के बाद, जनता को एनएफएसए और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत वितरित किया जाएगा। राज्य के 74 लाख परिवारों के 3.60 करोड़ लाभार्थियों को यह अनाज निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इस निर्णय के लिए अन्न तथा नागरिक आपूर्ति मंत्री रमणभाई सोलंकी ने भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का आभार व्यक्त किया है और इसे किसानों एवं गरीबों के लिए अत्यंत कल्याणकारी बताया है।