क्या हमारी सरकार अपराधियों पर कार्रवाई करने में विश्वास करती है? जदयू नेता संजय सिंह
सारांश
Key Takeaways
- संजय सिंह ने कहा कि उनकी सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
- पहले राजद के शासन में अपराधियों को संरक्षण मिलता था, अब ऐसा नहीं है।
- बिहार में चुनाव का माहौल एनडीए के पक्ष में है।
- महिलाओं के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी जा रही है।
- बिहार का बजट पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ चुका है।
पटना, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता संजय सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व शासनकाल की चर्चा करते हुए कहा कि पहले बिहार में अपराधियों के हौसले बहुत बढ़ जाते थे।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि राजद के शासन में लोगों का अपहरण किया जाता था और इसके बाद डील होती थी, लेकिन आज ऐसा नहीं है। अब नीतीश कुमार के शासन में कानून-व्यवस्था का राज है, जहां अपराधियों में कानून का डर है। यदि कोई अपराधी कोई अपराध करने की जुर्रत करेगा, तो हमारी सरकार उसे खोज निकालेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि उसे कड़ी सजा मिले।
संजय सिंह ने कहा कि मैं यह नहीं कहता कि आपराधिक घटनाएं केवल बिहार में ही होती हैं। यह कहीं भी हो सकती हैं, लेकिन यह बात खारिज नहीं की जा सकती कि राजद के शासनकाल में सबसे अधिक घटनाएं बिहार में होती थीं। दुर्भाग्य से, अपराधियों को पूर्व सरकार का संरक्षण भी प्राप्त था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। हमारी सरकार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई में विश्वास करती है।
जदयू के नेता ने कहा कि बिहार में चुनाव का माहौल है। हम जहां भी जा रहे हैं, वहां एनडीए के पक्ष में माहौल दिखाई दे रहा है। लोगों में एनडीए के प्रति उत्साह है। सूबे की राजनीतिक स्थिति पूरी तरह से हमारे पक्ष में है। इस स्थिति में यह कहना उचित होगा कि एक बार फिर एनडीए की सरकार बिहार में बनने जा रही है।
संजय सिंह ने स्पष्ट किया कि बिहार की जनता बेवकूफ नहीं है कि वे कुशासन के दौर में वापस लौटेंगी। प्रदेश के लोग अतीत को अच्छी तरह समझते हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में विपक्षी दलों के नेता जितने भी वादे करें, उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। ये लोग पहले भी कई वादे कर चुके हैं, लेकिन कोई भी पूरा नहीं हुआ। यदि कोई सच में बिहार की जनता के लिए काम करता है, तो वो हमारी सरकार है।
हमने प्रदेश की जनता के लिए कई कदम उठाए हैं। हमने महिलाओं के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है ताकि महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन सकें। हमने मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो।
बिहार में विकास के कार्यों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले राज्य का बजट सिर्फ 23 हजार करोड़ था, जो अब 3 लाख करोड़ हो चुका है। ऐसे में आप सहज ही समझ सकते हैं कि विकास की गति कितनी तेज है। बिहार के पास खजाना नहीं होगा, तो विकास कैसे होगा? नीतीश कुमार के शासन में विकास से संबंधित कई काम हुए हैं और आगे भी होते रहेंगे।