क्या हर घुसपैठिए को भारत छोड़ना होगा? प्रेम शुक्ला का बयान
सारांश
Key Takeaways
- हर घुसपैठिए को भारत छोड़ना होगा।
- एसआईआर प्रक्रिया में सभी को शामिल किया जाना चाहिए।
- ई-सिगरेट का सेवन संसद में अनुचित है।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने विपक्षी सांसदों द्वारा संसद के शीतकालीन सत्र में उठाए गए वोट चोरी और एसआईआर से संबंधित प्रश्नों पर जवाब देते हुए कहा कि हर घुसपैठिए को भारत छोड़ना होगा।
कांग्रेस की रैली से पूर्व नई दिल्ली में भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि किसी ने उन्हें विरोध करने से नहीं रोका है, लेकिन पहले एसआईआर प्रक्रिया में सबको शामिल करना चाहिए। वे चाहे कितनी भी कोशिश करें, यह याद रखना चाहिए कि एसआईआर प्रक्रिया के अंतर्गत कोई भी घुसपैठिए वोटर लिस्ट में नहीं रह सकता। कोई भी घुसपैठिया वोट नहीं डाल सकता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि डिटेक्ट, डिलीट और डिपोर्ट की प्रक्रिया शुरू होगी। हर घुसपैठिए को देश छोड़ना होगा।
प्रेम शुक्ला ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि न तो ईवीएम में कोई गड़बड़ी है, न मतदाता सूची में और न ही चुनाव प्रक्रिया में। गड़बड़ी कांग्रेस के संगठन में है। उन्होंने कहा कि संसद में हुई चर्चा पर लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि विपक्ष के सदस्यों ने सरकार की धज्जियां उड़ा दीं, लेकिन पूरे देश ने देखा है कि सदन की कार्यवाही के दौरान, चाहे वंदे मातरम पर बहस हो या चुनाव सुधार के मुद्दे पर, दोनों विषयों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में सत्ता पक्ष ने तथ्यों और प्रमाणों के साथ बात की, जिससे राहुल गांधी समेत विपक्षी नेता बगलें झांकते रहे।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा ई-सिगरेट का मुद्दा उठाने पर प्रेम शुक्ला ने कहा कि संसद परिसर में सिगरेट पीना निश्चित रूप से शिष्टाचार का उल्लंघन है। कोई भी सम्मानित व्यक्ति, विशेषकर संसद में, इसकी अपेक्षा नहीं करेगा। जब एक टीएमसी सांसद को सदन में ई-सिगरेट पीते हुए देखा गया, तो यह स्पष्ट रूप से उल्लंघन था। भारत में ई-सिगरेट बैन है, और संसद में इन्हें पीना सदन की गरिमा का उल्लंघन तथा अनैतिक कार्य है।