क्या 30 करोड़ रुपये धोखाधड़ी केस में विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया?
सारांश
Key Takeaways
- विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी को 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
- उन्हें उदयपुर की एसीजेएम कोर्ट में सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
- मामले की जांच डीएसपी छगन सिंह राजपुरोहित कर रहे हैं।
- शिकायत डॉ. अजय मुर्डिया ने की थी, जिन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म निर्माण के नाम पर उनसे धन लिया गया।
- पुलिस ने पहले भी अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
जयपुर, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। 30 करोड़ रुपये के एक कथित धोखाधड़ी केस में बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट को उदयपुर की एसीजेएम कोर्ट ने सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
यह मामला फिल्म निर्माण के नाम पर बड़ी मात्रा में धन उगाही से संबंधित है, जिसमें अन्य कई लोग भी शामिल हैं।
पुलिस ने दोनों को 7 दिसंबर को उनके मुंबईडीएसपी छगन सिंह राजपुरोहित कर रहे हैं।
विक्रम भट्ट ने इस मामले को चुनौती देते हुए जोधपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई आगे होने वाली है।
इससे पहले पुलिस ने इस मामले में अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था। 16 नवंबर को मुंबई से निर्माता महबूब अंसारी और विक्रेता संदीप को हिरासत में लिया गया था। अदालत ने संदीप को शर्तों के साथ जमानत दी, जबकि अंसारी की जमानत याचिका खारिज कर दी गई।
डीएसपी राजपुरोहित की टीम ने मुंबई जाकर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी को उनके जुहू फ्लैट से हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के समय उनके सुरक्षा कर्मचारियों ने पुलिस को रोकने का प्रयास किया, लेकिन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह मामला इंदिरा ग्रुप और इंदिरा आईवीएफ के मालिक डॉ. अजय मुर्डिया की शिकायत पर दर्ज किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि विक्रम भट्ट और उनकी टीम ने उनकी पत्नी पर आधारित एक बायोपिक फिल्म बनाने के नाम पर उनसे बड़ी राशि ली।
डॉक्टर मुर्डिया का कहना है कि पहले उन्हें यह प्रोजेक्ट दिनेश कटारिया द्वारा बताया गया था। इसके बाद उन्होंने मुंबई के वृंदावन स्टूडियो में विक्रम भट्ट से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि 7 करोड़ रुपये का निवेश करके चार फिल्में बनाई जा सकती हैं, जिससे 100 से 200 करोड़ रुपये तक की कमाई संभव है।
शिकायत के अनुसार, डॉ. मुर्डिया ने विभिन्न खातों में कुल 2.45 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इसके अलावा, इंदिरा एंटरटेनमेंट ने 42.7 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जबकि पूरी फिल्म का बजट केवल 47 करोड़ रुपये था। शिकायत में बताया गया कि चार में से केवल दो फिल्में पूरी हुईं और रिलीज भी हुईं।
तीसरी फिल्म 'विश्व विराट' का काम सिर्फ 25 प्रतिशत पूरा हुआ है, जबकि चौथी फिल्म 'महाराणा-रण' पर अभी तक कोई काम शुरू नहीं हुआ।
पुलिस और शिकायतकर्ता का आरोप है कि चौथी फिल्म के लिए दी गई 25 करोड़ रुपये की राशि का दुरुपयोग किया गया। एफआईआर में कुल आठ लोगों के नाम शामिल हैं, जिनमें विक्रम भट्ट और श्वेतांबरी भट्ट भी शामिल हैं।