क्या कर्नाटक में सीएम सिद्धारमैया का कार्यकाल पूरा होगा?
सारांश
Key Takeaways
- यथींद्र सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि सीएम सिद्धारमैया अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।
- डिप्टी सीएम के दावे को हाई कमान ने अस्वीकार किया।
- पार्टी में भविष्य के नेतृत्व पर कोई चर्चा नहीं हुई है।
- बेलूर गोपालकृष्णा ने बयानबाजी पर नाराजगी जताई।
- यथींद्र ने विपक्ष पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया।
बेलगावी (कर्नाटक), 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक कांग्रेस में नेतृत्व के मुद्दे पर चर्चा का दौर जारी है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे और कांग्रेस एमएलसी यथींद्र सिद्धारमैया ने कहा था कि हाई कमान ने स्पष्ट किया है कि सीएम पद
यथींद्र सिद्धारमैया ने कहा कि डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार के मुख्यमंत्री पद के दावे को हाई कमान ने अस्वीकार किया है, और उनके पिता सिद्धारमैया अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेंगे।
फिर से पत्रकारों से बातचीत में यथींद्र ने कहा, “मैं अपनी बात पर पूरी तरह कायम हूं। जो कहना था, मैंने कह दिया है। अब इस विषय पर बार-बार प्रतिक्रिया देने की कोई आवश्यकता नहीं है। लोग कुछ भी कहें, मैं अब इस मुद्दे पर और नहीं बोलूंगा।”
जब शहरी विकास मंत्री बिराथी सुरेश से पूछा गया कि क्या पार्टी के भीतर भविष्य के नेतृत्व पर कोई चर्चा हुई है, तो उन्होंने उत्तर दिया, “ऐसी कोई चर्चा नहीं है। हमारे नेता सिद्धारमैया ही हैं। भविष्य के नेता का निर्णय भी वही और हाई कमान मिलकर करेंगे। हाई कमान की रिपोर्ट के आधार पर निर्णय होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “हाई कमान है और हम उसके निर्णय का पालन करेंगे। राजा जिंदा है, भले ही लोकतंत्र में ऐसा कहना उचित न हो, लेकिन हमारे नेता ही आगे का निर्णय करेंगे।”
यथींद्र के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सुरेश ने कहा, “व्यक्तिगत राय व्यक्त करने की स्वतंत्रता सभी को है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार दोनों ने कहा है कि वे हाई कमान के निर्णय का सम्मान करेंगे। हम सभी इसी रुख पर हैं।”
कांग्रेस विधायक बेलूर गोपालकृष्णा ने इस विवाद को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान ऐसे बयान नहीं देने चाहिए।
उन्होंने कहा, “सबको अभी अपनी ज़बान बंद रखनी चाहिए। बाद में जितना बोलना है बोलें। वरिष्ठ नेता शांति और एकता की बात कर रहे हैं, ऐसे में नेतृत्व पर बयान देना गलत है। ऐसे नेताओं को नोटिस मिलनी चाहिए। मैं केंद्रीय नेतृत्व से कार्रवाई की मांग करता हूं।”
विधायक एच.सी. बालकृष्णा ने भी गोपालकृष्णा के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अनावश्यक विवादों पर बातचीत करना गलत है और हाई कमान को इस मुद्दे को जल्द खत्म करना चाहिए।
गौरतलब है कि यथींद्र ने सोमवार को कहा था कि मुख्यमंत्री पद में बदलाव की भविष्यवाणी करने वाले “सपने देख रहे हैं।” उनका कहना था कि हाई कमान पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा।
उन्होंने कहा, “डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार ने खुलकर कहा कि वह मुख्यमंत्री पद के इच्छुक हैं। इसके जवाब में हाई कमान ने स्पष्ट किया कि यह सही समय नहीं है और मुख्यमंत्री में कोई बदलाव नहीं होगा। मामला वहीं खत्म हो जाता है। विपक्ष अनावश्यक अफवाहें फैलाने की कोशिश कर रहा है।”