क्या राजस्थान में कड़ाके की ठंड का सामना करने के लिए तैयार हैं? 5 जिलों में शीतलहर के लिए येलो अलर्ट!
सारांश
Key Takeaways
- राजस्थान में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
- ठंड बढ़ने की संभावना है।
- स्वास्थ्य विभाग ने सावधानी बरतने की सलाह दी है।
- बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें।
जयपुर, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान में ठंड का एक नया दौर शुरू होने वाला है, क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सीकर, चूरू, झुंझुनू, डीडवाना-कुचामन और नागौर समेत पाँच जिलों में शीतलहर की स्थिति के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
पूरे राज्य में पहले से ही ठंड का अहसास हो रहा था। इसी बीच, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों में तापमान में और भी गिरावट हो सकती है।
पिछले 24 घंटों में फतेहपुर में तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो पूर्वी राजस्थान के ठंडे इलाकों में से एक है, वहीं नागौर में तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया।
आईएमडी के अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में शेखावाटी क्षेत्र में बादलों की परत ने बर्फीली हवाओं के प्रभाव को थोड़ा कम किया है, लेकिन यह राहत अस्थायी है। 10 दिसंबर से आसमान साफ होने के साथ, शीतलहर और तेज होने की संभावना है, जिससे अलर्ट वाले क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान और नीचे जा सकता है।
वहीं, 10 से 14 दिसंबर तक राजस्थान में आसमान साफ रहने, मौसम सूखा रहने और सुबह और रात में तेज ठंड पड़ने की उम्मीद है, हालांकि दोपहर में धूप निकलेगी। सोमवार सुबह सीकर में हल्का कोहरा छाया रहा, और तेज हवाओं ने सुबह के शुरुआती घंटों को बहुत ठंडा बना दिया।
इसके बाद की तेज धूप से थोड़ी राहत मिली, लेकिन आईएमडी ने चेतावनी दी है कि ठंड अभी खत्म नहीं हुई है। 10 और 11 दिसंबर को न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना है।
राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र में सोमवार को मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहा। दिन में धूप और रात में ठंडी हवा का असर रहा।
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि इस सप्ताह भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा, तापमान में थोड़ा उतार-चढ़ाव होगा, लेकिन ठंड से कोई बड़ी राहत नहीं मिलेगी। जैसे-जैसे राजस्थान में ठंड बढ़ रही है, स्वास्थ्य विभाग ने सावधानी बरतने की सलाह दी है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों वाले लोगों के लिए।
अधिकारियों ने लोगों को सुबह और शाम को गर्म कपड़े पहनने और बदलते तापमान के कारण होने वाली मौसमी बीमारियों से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी है।
--आईएएनएल
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