क्या भारत ने श्रीलंका में राहत कार्यों को तेज किया है? ऑपरेशन सागर बंधु का विस्तार
सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सागर बंधु के तहत भारत श्रीलंका में राहत कार्य कर रहा है।
- 450 से अधिक व्यक्तियों को बचाया जा चुका है।
- भारतीय सेना का फील्ड हॉस्पिटल अभी भी तैनात है।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चक्रवात दितवाह से प्रभावित श्रीलंका की सहायता के लिए भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु के तहत राहत और बचाव कार्यों को तेजी से बढ़ा दिया है। जीवनरक्षक सहायता, आवश्यक राहत सामग्री और प्रारंभिक पुनर्वास क्षमताएं श्रीलंका के विभिन्न हिस्सों, विशेषकर सबसे अधिक प्रभावित और दुर्गम क्षेत्रों में लगातार पहुंचाई जा रही हैं। यह जानकारी मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने साझा की।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, पड़ोसी पहले नीति और विजन महासागर के तहत भारत इस संकट के समय में श्रीलंका के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है और श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ समन्वय में राहत कार्यों को आगे बढ़ा रहा है।
मंत्रालय ने बताया कि राहत कार्यों के अंतर्गत आपातकालीन राहत सामग्री वायु और समुद्र मार्ग से तेजी से भेजी गई है, विशेषीकृत खोज एवं बचाव दल, चिकित्सा और इंजीनियरिंग टीमों को तैनात किया गया है, भीष्म क्यूब्स और बेली ब्रिज सिस्टम जैसे उपकरणों का उपयोग किया गया है और भारतीय सेना का फील्ड हॉस्पिटल स्थापित किया गया है।
मंगलवार को भारतीय वायुसेना का एक और हेलिकॉप्टर श्रीलंका पहुंचा, जो दुर्गम क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य में श्रीलंका वायुसेना की सहायता करेगा। भारतीय उच्चायोग ने बताया कि दो एमआई-17 हेलिकॉप्टरों के प्रस्थान के बाद भी यह नया हेलिकॉप्टर "दृढ़ संकल्प और मानवीय संवेदना के साथ" मिशन जारी रखेगा।
ऑपरेशन सागर बंधु 28 नवंबर को शुरू किया गया था और चक्रवात दितवाह के बाद सबसे पहले प्रशिक्षित बचाव कर्मियों को श्रीलंका भेजने वाला देश भारत था। पहले 24 घंटों के भीतर टीमें मौके पर पहुंच गईं, जिससे भारी संख्या में फंसे लोगों की जान बचाई जा सकी।
अब तक 450 से अधिक व्यक्तियों को बचाया और सहायता प्रदान की जा चुकी है।
बडुल्ला जिले के महियंगनया में स्थापित भारतीय सेना के फील्ड हॉस्पिटल में 8 दिसंबर तक 3,388 लोगों का उपचार किया गया, जिनमें शल्य चिकित्सा (सर्जरी) भी शामिल है। अस्पताल अभी भी तैनात है और राहत कार्य जारी है।
3 से 9 दिसंबर के बीच चार मॉड्यूलर बेली ब्रिज सिस्टम और भारतीय सेना के इंजीनियर्स को चार सी-17 ग्लोबमास्टर विमान के माध्यम से श्रीलंका भेजा गया है। इनके त्वरित निर्माण से भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संपर्क बहाली में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "ऑपरेशन सागर बंधु भारत और श्रीलंका के लोगों और सरकारों के बीच गहरे भरोसे और भावनात्मक रिश्तों का प्रतीक है। भारत पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ मिलकर अपना सहयोग जारी रखेगा।"