क्या गोवा हादसा: धारदार इंटेलिजेंस और बिना देरी एक्शन की वजह से आरोपी लूथरा भाई पकड़े गए?
सारांश
Key Takeaways
- गोवा अग्निकांड में 25 लोगों की जान गई।
- लूथरा भाई को थाईलैंड में पकड़ा गया।
- डिपोर्टेशन प्रक्रिया चल रही है।
- सुरक्षा नियमों का उल्लंघन पाया गया।
- मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गोवा के नाइटक्लब में हुए भयंकर आगजनी के मामले में आरोपी गौरव और उसके भाई सौरभ लूथरा को थाईलैंड पुलिस ने हिरासत में लिया है। दोनों भाइयों को बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब के मालिकों के रूप में एक तेज मल्टी-एजेंसी ऑपरेशन के दौरान पकड़ लिया गया। उन्हें फुकेट में एक डिटेंशन सेंटर में स्थानांतरित किया गया है।
इन दोनों भाइयों के डिपोर्टेशन की प्रक्रिया तेज गति से शुरू हो चुकी है और अधिकारियों को आशा है कि उन्हें जल्द ही भारत वापस लाया जाएगा। थाईलैंड के अधिकारियों के साथ पहले से ही संपर्क स्थापित किया जा चुका था, जिससे उनकी वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।
इस भयानक आगजनी में 25 लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद लूथरा भाई देश से भाग निकले थे। जब इमिग्रेशन अधिकारियों को उनके भागने की जानकारी मिली, तो भारतीय अधिकारियों ने तुरंत उन्हें ट्रैक करना शुरू कर दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन को तेज किया गया क्योंकि यदि लूथरा को पता चला कि उन्हें ट्रैक किया जा रहा है, तो वे थाईलैंड छोड़ सकते थे। थाई अधिकारियों ने तत्परता से कार्रवाई की और पूरे द्वीप में तलाशी अभियान शुरू किया।
लूथरा भाइयों की गिरफ्तारी तब हुई जब उन्होंने फुकेट में स्थान बदल लिया था। उन्हें अंततः ट्रैक किया गया और हिरासत में लिया गया।
अधिकारियों का कहना है कि गौरव और सौरभ ने 7 दिसंबर को सुबह 1.17 बजे 'मेक माई ट्रिप' के जरिए अपनी उड़ानें बुक की थीं। यह वही समय था जब फायर ब्रिगेड और पुलिस नाइटक्लब में फंसे लोगों की मदद कर रही थी।
उन्हें भारत लाने के लिए कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। एक अधिकारी के अनुसार, डिपोर्टेशन जल्द ही संभव है। भारत लौटने के बाद उन्हें गोवा पुलिस को सौंपा जाएगा।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि डिपोर्टेशन प्रक्रिया केवल एक दिन में पूरी हो सकती है। गोवा पुलिस ने उनके पासपोर्ट सस्पेंड कर दिए हैं और विदेश मंत्रालय इस मामले की जांच कर रहा है।
इससे पहले नई दिल्ली की एक अदालत ने भाइयों को गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा देने से इनकार कर दिया था। उनके वकील ने कहा कि वे देश से भागे नहीं थे, बल्कि व्यवसायिक यात्रा पर थे।
जांच के दौरान गोवा पुलिस ने इस घटना से संबंधित पांच मैनेजर और स्टाफ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है और कहा है कि इस घटना की रिपोर्ट आठ दिनों में तैयार हो जाएगी।
शनिवार रात को नाइटक्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। घटना के समय क्लब में लगभग 100 लोग उपस्थित थे। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आग लगने का कारण डेकोरेशन में ज्वलनशील पदार्थों का अत्यधिक उपयोग था। सुरक्षा नियमों का भी उल्लंघन पाया गया।