क्या तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल विधानसभा 2026 चुनाव के लिए नया नारा दिया?
सारांश
Key Takeaways
- नया नारा बंगाल की जनता के आक्रोश को दर्शाता है।
- भाजपा के खिलाफ सामूहिक आक्रोश का प्रतीक है।
- तृणमूल कांग्रेस की चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
कोलकाता, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए एक नया नारा प्रस्तुत किया है।
"जोतोई कोरो हमला, अमर जीते बांग्ला" (चाहे आप कितना भी हमला करें, बंगाल फिर से जीतेगा) का यह नारा शनिवार शाम को पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स हैंडल के माध्यम से साझा किया गया। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के महासचिव ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में केंद्र सरकार एवं चुनाव आयोग (ईसीआई) पर कड़ी टिप्पणी की।
इस नारे के साथ एक लोगो भी जारी किया गया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीरें शामिल हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह नया नारा और लोगो भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ आम जनता के असंतोष को दर्शाता है।
चुनाव से पहले नारे बनाना तृणमूल कांग्रेस की एक परंपरा बन गई है, खासकर 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद। उस समय पार्टी ने "बांग्ला निजेर मेये कोई चाई" (बंगाल अपनी बेटी चाहता है) के नारे के साथ प्रचार किया और ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में प्रस्तुत किया।
2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी ने "जनता की गर्जना से भाजपा का सफाया होगा" (जनता की गर्जना से भाजपा बंगाल से बाहर हो जाएगी) का नारा तैयार किया।
2026 के विधानसभा चुनावों के नए नारे पर टिप्पणी करते हुए तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी का विचार है और इसका उद्देश्य भाजपा के नारे "बांग्ला बचते चाई, भाजपा ताई" (बंगाल को बचाने के लिए जनता भाजपा चाहती है) का उत्तर देना है।
पार्टी नेता ने बताया कि लोगो और नारा पश्चिम बंगाल की जनता के शोषण, अपमान, धमकियों और उत्पीड़न के खिलाफ सामूहिक आक्रोश का प्रतीक हैं। ये भाजपा को विदाई देने की जनता की स्वतःस्फूर्त पुकार को और भी सशक्त बनाते हैं।