क्या एनआईआरएफ रैंकिंग में आईआईटी मद्रास नंबर वन है?

सारांश
Key Takeaways
- आईआईटी मद्रास ने एनआईआरएफ-2025 में फिर से पहला स्थान हासिल किया।
- आईआईएम अहमदाबाद ने मैनेजमेंट में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- हिंदू कॉलेज ने कॉलेजों की रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया।
- आईआईएससी बेंगलुरु ने विश्वविद्यालयों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- इस वर्ष सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट गोल्स श्रेणी में भी आईआईटी मद्रास ने पहला स्थान प्राप्त किया।
नई दिल्ली, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ)-2025 का परिणाम जारी किया। इस रैंकिंग में ओवरऑल रैंकिंग और इंजीनियरिंग संस्थानों की श्रेणी में आईआईटी मद्रास ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यदि हम मैनेजमेंट संस्थानों की चर्चा करें तो आईआईएम अहमदाबाद इस श्रेणी में शीर्ष पर है। वहीं, कॉलेजों की रैंकिंग में दिल्ली विश्वविद्यालय का हिंदू कॉलेज पहले स्थान पर है।
मेडिकल कॉलेजों की रैंकिंग में नई दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) ने नंबर वन स्थान प्राप्त किया है। विश्वविद्यालय रैंकिंग में आईआईएससी बेंगलुरु शीर्ष पर है। यह रैंकिंग केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा जारी की गई। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी आईआईटी मद्रास का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। आईआईटी मद्रास ने एक बार फिर से राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में शानदार परिणाम दिखाया है।
इंजीनियरिंग श्रेणी में आईआईटी मद्रास ने लगातार 10वें वर्ष पहले स्थान पर कब्जा किया है। इसके साथ ही ओवरऑल रैंकिंग में भी आईआईटी मद्रास को लगातार 7वीं बार शीर्ष स्थान मिला है। इसके अतिरिक्त, इस वर्ष इन्वोवेशन की श्रेणी में आईआईटी मद्रास को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट गोल्स श्रेणी, जो इस वर्ष पहली बार शामिल की गई थी, में भी आईआईटी मद्रास ने पहले स्थान पर कब्जा किया है।
यह ध्यान देने योग्य है कि एनआईआरएफ रैंकिंग के अंतर्गत कई श्रेणियों में शैक्षणिक संस्थानों को स्थान दिया गया है, जिनमें इंजीनियरिंग कॉलेज, मैनेजमेंट संस्थान, विश्वविद्यालय और कॉलेज शामिल हैं। आईआईटी मद्रास पहले स्थान पर है, जबकि दूसरे स्थान पर आईआईटी दिल्ली, तीसरे पर आईआईटी बॉम्बे, चौथे पर आईआईटी कानपुर, और पांचवे पर आईआईटी खड़गपुर हैं।
आईआईटी मद्रास ने अपनी रैंकिंग पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इन उपलब्धियों ने एक बार फिर से सिद्ध कर दिया है कि आईआईटी मद्रास भारतीय शिक्षा क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका निभा रहा है, और शोध, नवाचार, और सतत विकास के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी कामकोटि ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, "लगातार टॉपर बने रहना एक सामूहिक, संगठित, और केंद्रित टीम प्रयास का परिणाम है। हम ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त करते हैं कि हमें इतनी शानदार टीम मिली है। हम सभी मिलकर ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का संकल्प लेते हैं।"
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा जारी की गई एनआईआरएफ 2025 रैंकिंग की अन्य श्रेणियों में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु को विश्वविद्यालयों की श्रेणी में पहले स्थान पर रखा गया है। नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने भी इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जबकि मणिपाल अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन (एमएएचई) ने रैंकिंग में सुधार किया है और इस बार तीसरा सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालय बना है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की राष्ट्रीय रैंकिंग में जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) ने चौथा स्थान प्राप्त किया है, वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) पांचवे स्थान पर है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ने इस रैंकिंग में छठा स्थान हासिल किया है।