क्या जलगांव में हिंदू समाज के मुद्दों पर विहिप की बैठक महत्वपूर्ण है?

सारांश
Key Takeaways
- हिंदू समाज की सुरक्षा और एकता पर जोर
- विहिप द्वारा विभिन्न मुद्दों पर मंथन
- समाज में संस्कार और सेवा का विस्तार
- युवाओं को नशे से मुक्त करना
- गौ रक्षा और राष्ट्र धर्म को बढ़ावा देना
जलगांव, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के देवगिरी क्षेत्र में स्थित जलगांव में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की केंद्रीय प्रबंध समिति की दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर बैठक की जानकारी साझा की।
विनोद बंसल ने बताया कि इस बैठक में कांवड़ यात्रा पर हमले, लव जिहाद, अवैध धर्मांतरण और गौ हत्याओं जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही सेवा, संस्कार और सामाजिक समरसता के कार्यों का विस्तार करने पर भी मंथन किया जाएगा। बैठक में सैकड़ों प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
बैठक की शुरुआत पूज्य संत श्याम चैतन्य और पूज्य अनंत प्रकाश दास जी महाराज के आशीर्वचन के साथ हुई। विनोद बंसल ने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि स्वधर्म में मरना भी कल्याणकारी है, जबकि दूसरे का धर्म अपनाना भयावह है। देश के युवाओं को नशे से मुक्त कर उन्हें हिंदू संस्कारों और गौ रक्षा से जोड़ना आवश्यक है।
इस बैठक से पहले दुर्गावाहिनी और पूज्या मातृशक्ति ने प्रतिभागियों का स्वागत वाडकरी संस्कृति के अनुसार किया। इस दौरान पुष्प वर्षा, आरती और भारतीय पद्धति से भोजन परोसा गया। बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भैया जी जोशी, विहिप अध्यक्ष आलोक कुमार, महामंत्री बजरंगलाल बागड़ा और संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे भी उपस्थित थे।