क्या यूपीएससी की तर्ज पर ही प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा? : प्रशांत किशोर

सारांश
Key Takeaways
- जनसुराज पार्टी का गठन यूपीएससी की तर्ज पर हुआ है।
- उम्मीदवारों की काबिलियत पर ध्यान दिया जाएगा।
- पार्टी में टिकट का बंटवारा काबिलियत के आधार पर होगा।
- युवा उम्मीदवारों को अवसर दिए जाएंगे।
- राजनीति में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया जा रहा है।
बेतिया, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने रविवार को कहा कि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी करने वाले सभी अभ्यर्थी, जो अभी तक सफल नहीं हुए हैं, उनसे संपर्क करें। जनसुराज से जुड़कर उनका सपना साकार किया जाएगा।
बेतिया सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर ने कहा, "जन सुराज कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है। यह यूपीएससी और बीपीएससी की तर्ज पर बनाई गई एक संस्था है, जहां नेताओं को अपनी काबिलियत का इम्तहान देना होगा और परीक्षा में सफल होने पर उन्हें सांसद, विधायक, मुखिया, जिला पार्षद और वार्ड पार्षद के रूप में चयनित किया जाएगा।"
प्रशांत किशोर ने बताया कि उनकी पार्टी में किसे टिकट मिलेगा और किसे नहीं, यह सब उनकी काबिलियत पर निर्भर करेगा। जनसुराज एक विचारधारा से लैस पार्टी है जो काबिलियत के आधार पर टिकट का वितरण करेगी। यूपीएससी की तर्ज पर लाखों युवा परीक्षा देते हैं, जो सक्षम होते हैं, उन्हें कलेक्टर या एसपी बनाया जाता है। इसी प्रकार, बीपीएससी में भी योग्य युवा परीक्षा पास कर अधिकारी बनते हैं। जनसुराज में भी युवाओं की काबिलियत को परखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि कितने प्रत्याशी विधानसभा चुनाव लड़ने के योग्य हैं, कितने वार्ड पार्षद बनने वाले हैं, कितने मुखिया बनने वाले हैं, और कितने जिला पार्षद बनने वाले हैं। इन सभी को पार्टी चिन्हित कर रही है और उन्हें उसी योग्य स्थान पर चुनाव लड़ाया जाएगा ताकि एक बेहतर समाज का निर्माण किया जा सके। यूपीएससी की तर्ज पर ही प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा। भारत में आज तक कोई ऐसी राजनीतिक पार्टी नहीं है जिसमें नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए यूपीएससी की तर्ज पर परीक्षा पास करनी पड़ी हो। जो फेल होंगे, उन्हें सबसे निचले पद पर वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ना होगा।