क्या झारखंड पुलिस ने 37 लाख रुपए मूल्य के नशीले पदार्थों पर बड़ी कार्रवाई की?
सारांश
Key Takeaways
- झारखंड पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।
- 37 लाख रुपए मूल्य की नशीली दवाएं जब्त की गईं।
- पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
- नशीली दवाओं का तस्करी एक गंभीर मुद्दा है।
- समाज में जागरूकता की आवश्यकता है।
रांची, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड पुलिस ने राज्य के दो जिलों चतरा और गुमला में नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए लगभग 37 लाख रुपए मूल्य की अफीम और ब्राउन शुगर जब्त की है। इस ऑपरेशन में पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
चतरा जिले के एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि पत्थलगडा थाना क्षेत्र के बंदरचुआं स्थित संतोषी माता मंदिर के पास से एक कार में अफीम की खेप लाई जा रही है। सूचना के आधार पर सिमरिया एसडीपीओ शुभम कुमार खंडेलवाल के नेतृत्व में छापेमारी टीम गठित की गई। टीम ने बंदरचुआं में संदिग्ध वाहन को रोककर तलाशी ली, जिसमें 5 किलो से अधिक अफीम बरामद हुई।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान विक्रम कुमार और राजन कुमार के रूप में हुई है। विक्रम पहले भी उत्तर प्रदेश के बरेली में एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल जा चुका है। बरामद अफीम का बाजार मूल्य लगभग 27 लाख रुपए आंका गया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इसी तरह, गुमला पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर चेटर मैदान के पास छापेमारी कर ब्राउन शुगर की तस्करी में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में गुमला के बादल साहू और विकास कुमार बैठा, तथा लोहरदगा के सुनील प्रजापति शामिल हैं।
एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि तलाशी के दौरान बादल साहू के पास से 200 पैकेट ब्राउन शुगर, 14,150 रुपए नगद और दो मोबाइल बरामद हुए, जबकि विकास बैठा के पास से 50 ग्राम ब्राउन शुगर और एक मोबाइल मिला।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने यह नशीला पदार्थ गढ़वा जिले के तिलदाग भीड़ निवासी अंकित कुमार से खरीदा था और गुमला में बेचने जा रहे थे। पुलिस ने ब्राउन शुगर, नकदी और मोबाइल जब्त कर तीनों को जेल भेज दिया। बरामद ब्राउन शुगर का अनुमानित मूल्य लगभग 10 लाख रुपए बताया गया है।