क्या झारखंड के साहिबगंज में गंगा का जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर चला गया?

सारांश
Key Takeaways
- गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर है।
- जिला प्रशासन ने बाढ़ के लिए अलर्ट जारी किया है।
- स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।
- आपातकालीन सेवाओं की तैयारी की गई है।
- प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है।
साहिबगंज, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के साहिबगंज में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर चुका है। रविवार को जलस्तर 26.25 मीटर के चेतावनी निशान को पार करते हुए 26.89 मीटर तक पहुंच गया। सोमवार सुबह तक यह 27.25 मीटर तक जा सकता है, जो कि खतरे के निशान से अधिक होगा।
स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने रविवार दोपहर बाढ़ के संबंध में अलर्ट जारी किया है। जलस्तर में वृद्धि के साथ ही दियारा और शहर के निचले इलाकों में पानी की घुसपैठ शुरू हो गई है, जिसके चलते लोगों में दहशत का माहौल है। भरतिया कॉलोनी, रसुलपुर दहला नया टोला, बिजली घाट के सामने नया टोला, चानन और कबूतरखोपी जैसे क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुसने का खतरा बढ़ गया है। दियारा क्षेत्र के निवासी अपने सामान और मवेशियों को लेकर ऊंचे स्थानों की ओर जा रहे हैं।
गंगा नदी के ऊपरी इलाकों जैसे प्रयागराज, बक्सर, पटना, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव में भी जलस्तर के बढ़ने से साहिबगंज में बाढ़ की आशंका प्रबल हो गई है। इस खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
उपायुक्त हेमंत सती ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की है कि वे दियारा क्षेत्र खाली कर दें, नाव में क्षमता से अधिक सवारी न भरें, बाढ़ के पानी में रील्स बनाना न करें और बच्चों को नदी के पास जाने से रोकें। डीसी ने गंगा किनारे जाकर जलस्तर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को राहत तथा बचाव कार्य की तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बाढ़ की संभावना को ध्यान में रखते हुए नाव, जीवन रक्षक उपकरण, दवाइयां और एंबुलेंस की व्यवस्था कर ली गई है। जिला प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और गंगा के जलस्तर की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करके सुरक्षित रहें।