क्या राजनीति में एक वाक्य पूरी जिंदगी की दिशा बदल सकता है? जेपी नड्डा ने पीएम मोदी की बात का किया जिक्र

सारांश
Key Takeaways
- राजनीति में संवाद करना आवश्यक है।
- जनता की समस्याओं को सुनना और समझना चाहिए।
- एक वाक्य से दिशा बदल सकती है।
- मोदी की रणनीति ने असंभव को संभव किया।
- नेता वही है जो जनता के बीच बैठकर उनकी धड़कनों को सुने।
नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितंबर को जन्मदिन है। इस विशेष दिन को मनाने के लिए 'सेवा पखवाड़ा' 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पीएम मोदी से संबंधित एक महत्वपूर्ण किस्से को साझा किया।
जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो में बताया कि राजनीति में कभी-कभी एक मार्गदर्शक वाक्य पूरी जिंदगी की दिशा बदल सकता है। जब मैं हिमाचल प्रदेश में विपक्ष का नेता था, तब नरेंद्र मोदी हमारे प्रदेश प्रभारी थे और उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं सदन में मुद्दे कहां से लाता हूं। मैंने बताया कि हम अखबार पढ़कर और नोट्स बनाकर सवाल तैयार करते हैं।
नड्डा ने कहा कि मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा, “जेपी नड्डा, विपक्ष का काम केवल सदन तक सीमित नहीं होना चाहिए। जनता को यह जानना चाहिए कि विपक्ष का नेता उनकी समस्याओं को सुनने और समाधान खोजने के लिए उपलब्ध है।” उन्होंने मुझे सलाह दी कि मैं राज्य के हर जिले में जाऊं, सर्किट हाउस या किसी सार्वजनिक स्थल पर बैठकर यह बताऊं कि विपक्ष का नेता जनता की शिकायतें सुनने के लिए वहां है। मैंने तुरंत उनकी बात मानी और अगले 15 दिनों में मैंने दो-दो, तीन-तीन जिलों का दौरा किया और पूरे प्रदेश का दौरा किया। किसानों, युवाओं, कर्मचारियों और कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद किया।
उन्होंने आगे कहा कि उस अनुभव ने मुझे गहराई से बदल दिया। बहस करने की मेरी शैली में परिवर्तन आया, जनता के मुद्दों की एक सीधी समझ प्राप्त हुई और मुझे आत्मविश्वास मिला कि विपक्ष भी राज्य का नेतृत्व कर सकता है। मैंने पहली बार अनुभव किया कि अखबारों से मिली जानकारी और जनता से मिली जानकारी में कितना अंतर होता है। नतीजा यह हुआ कि हमारी पार्टी की छवि विपक्ष से कहीं आगे बढ़कर जनता की आवाज बनने लगी। जब चुनाव आए, तो हमने सोचा भी नहीं था कि हम सत्ता में आएंगे, लेकिन मोदी की रणनीति और मार्गदर्शन ने असंभव को संभव कर दिखाया।
केंद्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि आज जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो समझता हूं कि एक वाक्य, एक सीख राजनीति की पूरी परिभाषा बदल सकती है। नरेंद्र मोदी ने मुझे यही सिखाया कि नेता वही है, जो जनता के बीच बैठकर उनकी धड़कनों को सुनता है।
केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे ने 'एक्स' हैंडल पर वीडियो साझा करते हुए कहा, "जब मैं 2024 में केंद्रीय मंत्री बना था, तब मेरे निर्वाचन क्षेत्र, महाराष्ट्र के रावेर में एक दुखद घटना घटी। यह एक ऐसा क्षण था, जिसने मुझे दिखाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संकट के समय कितनी गहराई से परवाह करते हैं।"