क्या तेजस्वी यादव को अपने माता-पिता के शासन को याद करना चाहिए? : केसी त्यागी

सारांश
Key Takeaways
- केसी त्यागी का तेजस्वी यादव पर पलटवार
- बिहार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल
- बिहार में महाजंगलराज का आरोप
- चिराग पासवान का महत्व
- कांवड़ यात्रा की पवित्रता की रक्षा
नई दिल्ली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें तेजस्वी ने बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर कहा था कि बिहार में महाजंगलराज है और पिछले एक वर्ष से बिहार सरकार को केंद्र के लोग अपनी कठपुतलियों के माध्यम से चला रहे हैं।
तेजस्वी के इस बयान पर केसी त्यागी ने कहा कि उन्हें किसी भी आरोप लगाने से पहले अपने माता-पिता के कार्यकाल को याद कर लेना चाहिए।
रविवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में केसी त्यागी ने कहा कि तेजस्वी यादव युवा हैं और उनकी याददाश्त कमजोर है। उन्हें यह नहीं याद कि उनके माता-पिता के कार्यकाल में अपराधियों के संगठित गिरोह कैसे वारदातों को अंजाम देते थे। शायद उन्हें यह बात ज्ञात नहीं है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के बयान पर उन्होंने कहा कि चिराग का जीवन बिहार की जनता और एनडीए के लिए महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा कि न केवल हमलावर, बल्कि उन पर हमला करने की सोच रखने वाले भी जेल से बाहर न रहें।
मानसून सत्र से पहले सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाने पर केसी त्यागी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा इसलिए है ताकि संसद सुचारू रूप से चले, महत्वपूर्ण विधेयक पारित हों और विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी चर्चा हो सके। समस्याओं के समाधान के लिए ऑल पार्टी बैठक बुलाने का रिवाज है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बयान पर केसी त्यागी ने कहा कि मैं उनके बयान से सहमत हूं। ट्रंप झूठ बोल रहे हैं और दुनिया को लगातार गुमराह कर रहे हैं। कोई भी देश भारत को अपने फैसले लेने में बाध्य नहीं कर सकता है।
सीआरपीएफ जवान पर कांवड़ियों की ओर से हमला किए जाने पर केसी त्यागी ने कहा कि कांवड़ यात्रा भगवान शिव की आराधना करने का पवित्र साधन है। पिछले कुछ दिनों से इसमें कुछ असामाजिक तत्व प्रवेश कर चुके हैं जो पुलिस और सीआरपीएफ जवान पर हमला कर रहे हैं। जिला प्रशासन को ऐसे लोगों को चिन्हित करना चाहिए। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए।