क्या कटि चक्रासन करने से नींद में सुधार होता है और याददाश्त बेहतर होती है?
सारांश
Key Takeaways
- कटि चक्रासन से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- यह याददाश्त में सुधार करता है।
- तनाव को कम करता है।
- यह नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है।
- बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाता है।
नई दिल्ली, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑफिस या दुकान में लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहने से कमर दर्द, गर्दन में अकड़न, आंखों की समस्या और तनाव जैसी कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि आप भी ऐसी किसी परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो कटि चक्रासन आपको राहत प्रदान कर सकता है।
यह एक ऐसा योगासन है जिसका नियमित अभ्यास से आप अपनी समस्याओं में सुधार कर सकते हैं। इसे आप कहीं भी कर सकते हैं।
इसे करने के लिए पहले अपने पैरों को एक साथ मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं। फिर, सांस लेते हुए दोनों हाथों को कंधों के स्तर तक आगे फैलाएं। हथेलियां एक-दूसरे के सामने और जमीन के समानांतर होनी चाहिए। अब, सांस छोड़ते हुए, शरीर को धीरे-धीरे दायीं ओर मोड़ें। बायां हाथ दाहिने कंधे के पास लाएं और दाहिना हाथ पीछे की ओर ले जाकर कमर के बायीं ओर लपेटें।
गर्दन को भी मोड़ें और दाहिने कंधे के पीछे देखने का प्रयास करें। अब यही प्रक्रिया बायीं ओर से दोहराएं। इस क्रम को 5 से 7 बार करें।
आयुष मंत्रालय के अनुसार, कटि चक्रासन एक खड़े होकर किया जाने वाला मेरुदंड योगासन है। इसके नियमित अभ्यास से लचीलापन बढ़ता है और रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। साथ ही, यह शरीर की ऊर्जा को संतुलित करता है।
यह तनाव कम करने के साथ-साथ एकाग्रता बढ़ाता है। इसके अतिरिक्त, यह याददाश्त में सुधार करता है और नींद की गुणवत्ता को बढ़ाता है। नियमित अभ्यास से बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होती है और उन्हें भावनात्मक रूप से स्थिर रहने में मदद मिलती है।
इस आसन के नियमित अभ्यास से स्वास्थ्य में सुधार होता है, लेकिन किसी भी नए व्यायाम को शुरू करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेना ज़रूरी है, खासकर यदि आप किसी पुरानी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं।