क्या 'खान मार्केट' की रैंकिंग विश्व के सबसे महंगे रिटेल स्थानों में गिरी?
सारांश
Key Takeaways
- खान मार्केट की रैंकिंग 24वीं हो गई है।
- भारत का रिटेल सेक्टर वैश्विक स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
- लंदन का न्यू बॉंड स्ट्रीट अब सबसे महंगा रिटेल स्पेस है।
- खुदरा लीजिंग में हाई स्ट्रीट्स की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- भारत में प्रीमियमीकरण और अनुभवात्मक खुदरा व्यापार का बढ़ावा मिल रहा है।
नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व के सबसे महंगे रिटेल स्थानों में खान मार्केट की रैंकिंग घटकर 24वीं हो गई है, जबकि पहले यह 23वीं स्थान पर था। फिर भी, यह भारत का सबसे महंगा रिटेल मार्केट बना हुआ है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में बुधवार को उपलब्ध कराई गई।
कुशमैन एंड वेकफील्ड द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि खान मार्केट में किराया 223 डॉलर प्रति स्क्वायर फीट प्रति वर्ष हो गया है, जिसमें सालाना आधार पर 3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के रिटेल सेक्टर ने वैश्विक और एशिया-प्रशांत बाजारों में बेहतर प्रदर्शन किया है और किराए में सालाना आधार पर 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि, दुनिया के सबसे महंगे रिटेल स्पेस में लंदन का न्यू बॉंड स्ट्रीट शीर्ष पर पहुँच गया है। यह पहली बार है जब इस बाजार ने यह रैंकिंग प्राप्त की है। इस क्षेत्र में किराया पिछले वर्ष की तुलना में 22 प्रतिशत बढ़कर 2,231 डॉलर प्रति स्क्वायर फीट हो गया है।
कुशमैन एंड वेकफील्ड के कार्यकारी प्रबंध निदेशक (मुंबई और न्यू बिजनेस) गौतम सराफ ने कहा, "भारत की हाई स्ट्रीट असाधारण मजबूती प्रदर्शित कर रही हैं। खान मार्केट, कनॉट प्लेस और गैलेरिया मार्केट जैसे प्रीमियम गंतव्य बढ़ती संपन्नता और बदलती उपभोक्ता प्राथमिकताओं के कारण अंतरराष्ट्रीय और घरेलू ब्रांडों को आकर्षित कर रहे हैं।"
मॉल की सीमित आपूर्ति के चलते, ये हाई स्ट्रीट खुदरा विक्रेताओं के लिए रणनीतिक केंद्र बन गए हैं, जो विजिबिलिटी और जुड़ाव की तलाश में हैं।
सराफ ने आगे कहा, "इस साल अब तक, खुदरा लीजिंग गतिविधियों में आधे से अधिक हिस्सा हाई स्ट्रीट्स का रहा है, जो भारत के खुदरा विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। यह बदलाव प्रीमियमीकरण और अनुभवात्मक खुदरा व्यापार के व्यापक रुझान को दर्शाता है, जो भारत को एशिया प्रशांत के सबसे गतिशील बाजारों में से एक बनाता है।"