क्या 'ऑपरेशन सिंदूर' पर आपत्ति जताना सेना की आलोचना करना है? उदय सामंत का बयान

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क्या 'ऑपरेशन सिंदूर' पर आपत्ति जताना सेना की आलोचना करना है? उदय सामंत का बयान

सारांश

राज्य के मंत्री उदय सामंत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इस पर आपत्ति जताना सेना की निंदा करना है। जानिए इस मुद्दे पर उनके विचार और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की प्रतिक्रिया।

Key Takeaways

  • 'ऑपरेशन सिंदूर' पर उठाए गए सवालों को सेना की निंदा के रूप में देखा जा रहा है।
  • सामंत के अनुसार, इस पर आपत्ति जताना देशभक्ति पर सवाल उठाने जैसा है।
  • पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह क्रिकेट मैच के जरिए पाकिस्तान के साथ संबंध बना रही है।
  • 14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान के बीच एशिया कप का मुकाबला होगा।

मुंबई, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच और 'ऑपरेशन सिंदूर' पर शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के द्वारा की गई आलोचना पर राज्य के मंत्री उदय सामंत ने जवाब दिया है। सामंत के अनुसार, 'ऑपरेशन सिंदूर' पर आपत्ति उठाना, भारत की सेना की निंदा करने के समान है।

सामंत ने कहा, "इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में हमारी भूमिका को स्पष्ट किया है। इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि भारतीय सेना ने भी अपनी भूमिका को सामने रखा है। इस पर आपत्ति उठाना, देशभक्ति पर सवाल उठाने के समान है। यह हमारे सैनिकों पर संदेह करने जैसा है।"

उन्होंने आगे कहा, "राजनीतिक आलोचना समझ में आती है, लेकिन जब 'ऑपरेशन सिंदूर' पर आपत्ति उठाई जाती है, तो यह केवल पीएम नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी नहीं, बल्कि सीधे सेना की आलोचना है। यह कहना कि सेना ने कुछ नहीं किया, एक ग़लतफहमी है। किसी को भी ऐसा झूठा संदेश नहीं फैलाना चाहिए। मेरे विचार में, यही असली देशद्रोह है।"

हाल ही में, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, "आज की स्थिति यह है कि एक ओर हमारे जवान सीमा पर शहीद हो रहे हैं और दूसरी ओर सरकार क्रिकेट मैच के जरिए पाकिस्तान के साथ संबंध बना रही है। सवाल यह है कि खेल और युद्ध एक साथ कैसे हो सकते हैं? बीजेपी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसी राजनीति कर देशभक्ति का मजाक बनाया है। हम संकल्प लेते हैं कि महाराष्ट्र की हर महिला कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रधानमंत्री कार्यालय को सिंदूर की डिब्बियां भेजेंगी। यह संदेश होगा कि देश की माताएं-बहनें अब और चुप नहीं बैठेंगी।"

शिवसेना ने भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर सरकार पर हमला करते हुए, केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव ने पलटवार किया, "पहलगाम आतंकवादी हमले में हमारी माताओं-बहनों के मांग का सिंदूर पोंछा गया। ऑपरेशन सिंदूर में हमारे जवान भी शहीद हुए थे। संजय राउत इस पर संदेह कर रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में संजय राउत ने बार-बार सवाल उठाए। आज उन्हें यह समझ में आ गया है कि ऑपरेशन सिंदूर कितना महत्वपूर्ण था। इससे कितने लोगों की भावनाएं जुड़ी थीं। उन्हें देर से समझ में आया है।"

भारत-पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को एशिया कप 2025 का छठा मुकाबला खेला जाना है। दोनों देश पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पहली बार क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने होंगे।

Point of View

यह आवश्यक है कि हम अपने देश की सेनाओं की भूमिका को समझें और उनकी सराहना करें। इस तरह के विवादों से हमें एकजुट रहना चाहिए और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देना चाहिए।
NationPress
13/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या 'ऑपरेशन सिंदूर' पर सवाल उठाना सही है?
राज्य मंत्री उदय सामंत के अनुसार, इस पर सवाल उठाना सेना की आलोचना करने के समान है।
उद्धव ठाकरे ने इस मुद्दे पर क्या कहा?
उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार क्रिकेट मैच के जरिए पाकिस्तान के साथ संबंध बना रही है जबकि हमारे जवान शहीद हो रहे हैं।