क्या पीएम मोदी बिहार के विकास के प्रति सच्चे हैं? - रविशंकर प्रसाद

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का बिहार के प्रति समर्पण महत्वपूर्ण है।
- तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा बनाना महागठबंधन की रणनीति है।
- बिहार की जनता विकास के लिए तैयार है।
- भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वालों को अपने अतीत को देखना चाहिए।
- बिहार की जनता जंगलराज-२ नहीं चाहती।
पटना, २३ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को प्रस्तावित रैलियों को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने उत्साह व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बिहार के समग्र विकास के प्रति पूर्णतः समर्पित हैं और बिहार और यहां के निवासियों के प्रति उनका गहरा प्रेम है।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में भाजपा के वरिष्ठ नेता ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, उन्हें अपने परिवार के शासनकाल का इतिहास देखना चाहिए।
तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा बनाए जाने पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह एक सकारात्मक कदम है कि वे सामने आए हैं, लेकिन क्या उनकी जीत की कोई वास्तविक संभावना है? बिहार की जनता प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगे बढ़ने के लिए तैयार है। हमें निर्णायक और प्रामाणिक विजय की उम्मीद है।
महागठबंधन के सीएम चेहरे पर कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि यह एक औपचारिकता थी, जो सभी को पहले से ज्ञात थी। थोड़ी भी राजनीतिक समझ रखने वाला व्यक्ति जानता था कि आगामी चुनावों में, इंडिया महागठबंधन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हमारे वरिष्ठ नेता हैं। वह पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में शामिल हुए, जहां उन्होंने बिहार चुनाव के लिए तेजस्वी यादव को महागठबंधन का चेहरा घोषित किया है। यदि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है तो तेजस्वी यादव ही अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्हें कांग्रेस का पूर्ण समर्थन प्राप्त है।
तेजस्वी यादव के सीएम चेहरा घोषित होने के बाद से भाजपा नेताओं की प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई हैं। इसी के साथ, एनडीए में शामिल राजनीतिक दलों ने भी संकेत दिया है कि इस घोषणा के बावजूद तेजस्वी यादव सीएम नहीं बन सकते। बिहार की जनता ने लालू प्रसाद यादव के जंगलराज को देखा है, इसलिए बिहार की जनता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में जंगलराज-२ कभी नहीं लाना चाहेगी।