क्या राहुल गांधी माफी नहीं मांगेंगे? इमरान मसूद का स्पष्ट बयान

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के आरोप ठोस तथ्यों पर आधारित हैं।
- इमरान मसूद ने माफी मांगने से इनकार किया।
- चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।
- बिहार में फर्जी मतदाताओं का मुद्दा उठाया गया।
- राजनीतिक विवाद का प्रभाव चुनावी माहौल पर पड़ सकता है।
नई दिल्ली, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद ने चुनाव आयोग पर तीखा वार करते हुए कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोप ठोस तथ्यों पर आधारित हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके लिए वह माफी नहीं मांगेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मसूद ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी से 'वोट चोरी' के आरोपों पर सात दिनों में हलफनामा देने या देश से माफी मांगने का आग्रह किया था। मसूद ने जोर देकर कहा कि राहुल गांधी ने जो कहा है, वह स्पष्ट और तथ्यात्मक है, इसलिए माफी मांगने का कोई सवाल नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के दस्तावेजों की पुष्टि कर तथ्य प्रस्तुत किए हैं, न कि केवल निराधार आरोप। उन्होंने कहा, "जो कुछ भी कहा गया है, वह डंके की चोट पर कहा गया है।"
इमरान मसूद ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए ज्ञानेश कुमार पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने राहुल गांधी के आरोपों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है, जो देशभर में हंगामा पैदा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ज्ञानेश कुमार ने न तो इस मुद्दे का उल्लेख किया और न ही लोकसभा चुनावों में पकड़े गए कथित फर्जी मतदाताओं का उल्लेख किया। मसूद ने कहा कि राहुल गांधी ने जो कुछ कहा है, वह तथ्यात्मक है और माफी मांगने की कोई आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में एसआईआर के जरिए जीवित लोगों को वोटर लिस्ट में मृत घोषित किया गया है। कई मृत वोटरों ने राहुल गांधी के साथ चाय पी है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को एनडीए का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर उन्होंने कहा कि यह उनका निर्णय है, वह जानें, हमारी पार्टी अपना निर्णय लेगी।
वहीं, बंगाल फाइल्स के ट्रेलर पर उन्होंने कहा कि अभी तो उदयपुर फाइल्स फ्लॉप हुई है। फिल्म के निर्देशक को सुरक्षा दी गई है, वह रो रहे हैं।