क्या राजा का परिवार सोनम का पिंडदान कर सकता है?

सारांश
Key Takeaways
- राजा रघुवंशी का हत्याकांड एक जटिल मामला है।
- सोनम और उसके प्रेमी पर गंभीर आरोप हैं।
- गोविंद ने अपने परिवार का समर्थन जताया है।
- पिंडदान का धार्मिक महत्व है।
- जमानत की प्रक्रिया में कानूनी पहलुओं का ध्यान रखना आवश्यक है।
इंदौर, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मेघालय की राजधानी शिलांग में हनीमून मनाने गए मध्य प्रदेश के इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी का हत्या कर दिया गया। राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी पर अपने प्रेमी राज और उसके दोस्तों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम देने का आरोप है। इस मामले में गिरफ्तार सोनम और राज समेत सभी आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है। शिलॉन्ग पुलिस की जांच के बाद सोनम के भाई गोविंद ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
राजा रघुवंशी हत्या कांड में पत्नी सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद ने कहा कि वह सोनम से सिर्फ एक बार मिलना चाहता है। हाल में जिस तरह से उस पर आरोप लगे कि शादी के समय राजा रघुवंशी समेत उसके परिवार ने सोनम को तकरीबन 15 लाख रुपए के जेवर उपहार के रूप में दिए थे, इस पर गोविंद ने जेवर लौटाने की बात कही। उसने कहा कि थाने में लिखित दस्तावेज के माध्यम से जेवर लौटा दिए गए।
सोनम के भाई गोविंद ने आगे कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मंगलसूत्र एक है या दो। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि मंगलसूत्र और चेन में क्या अंतर है? जेवर में दो-तीन चेन हैं। उसने कहा कि वह हमेशा राजा रघुवंशी के परिवार के साथ खड़ा है और आगे भी खड़ा रहेगा, लेकिन वह अपनी बहन से मिलने के लिए जल्द ही शिलांग भी जाएगा।
गोविंद ने कहा कि वह सोनम से पूछना चाहता है कि उसने इस पूरे हत्या कांड की घटना को क्यों अंजाम दिया? हाल में जिस तरह से राजा रघुवंशी के परिवार ने गोविंद से कहा था कि वह अपनी बहन का पिंडदान कर दे, इस सवाल के जवाब में गोविंद ने कहा, "मैंने तो अपनी बहन की शादी राजा से कर दी थी और वह आज उनके परिवार की सदस्य और बहू है। अगर वह अपनी बहू का पिंडदान कर देंगे तो भी मैं और मेरा परिवार उनके साथ खड़ा है।"