क्या राजद के शासनकाल में लोग शाम के बाद घर से नहीं निकलते थे? : नीतीश कुमार
सारांश
Key Takeaways
- राजद के शासनकाल में कानून व्यवस्था में कमी थी।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास के कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
- शाम के बाद लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे।
- 50 लाख लोगों को रोजगार दिया गया है।
- बिजली सभी घरों तक पहुंचाई गई है।
कटिहार, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार सभाएं कर रहे हैं। बुधवार को कटिहार सदर विधानसभा क्षेत्र के हसनगंज में उन्होंने लोगों को संबोधित किया और राजद पर तीखे हमले किए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में उनकी सरकार से पहले की सरकार ने कोई भी कार्य नहीं किया। पहले सड़कों की स्थिति कितनी खराब थी, कि लोग शाम के बाद बाहर नहीं निकलते थे और धर्म के नाम पर झगड़े होते थे। शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति भी अत्यंत नाजुक थी।
उन्होंने आगे कहा कि जब से उन्हें सेवा का अवसर मिला है, तब से विकास की गति तेज हुई है। 2006 से कब्रिस्तानों और मंदिरों की घेराबंदी का कार्य प्रारंभ हुआ। सभी समुदायों और जातियों के लिए कार्य किए गए हैं। मदरसों का सरकारीकरण कर उन्हें शिक्षकों के समान वेतन दिया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार किया गया है।
उन्होंने मेडिकल कॉलेज के संदर्भ में कहा कि राजद के शासन में एक भी कॉलेज नहीं खोला गया, जबकि अब 27 नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने सड़कों और पुलों के निर्माण की चर्चा की और कहा कि उन्होंने 50 लाख लोगों को नौकरी और रोजगार दिया है। अगले पांच सालों में एक करोड़ लोगों को रोजगार देने का संकल्प लिया गया है।
उन्होंने जीविका दीदियों की बढ़ती संख्या का जिक्र किया और कहा कि उनकी सरकार ने बिना भेदभाव के कार्य किया है। सामाजिक पेंशन राशि बढ़ाई गई है और सभी घरों में बिजली पहुंचाई गई है। अब घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली दी जा रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को 10 हजार रुपये देने की भी चर्चा की। उनकी सरकार केंद्र सरकार के सहयोग से काम कर रही है और बिहार में अब कानून का राज है।