क्या एससी-एसटी एक्ट को समाप्त कर देना चाहिए: जगद्गुरु रामभद्राचार्य?
सारांश
Key Takeaways
- जगद्गुरु रामभद्राचार्य का एससी-एसटी एक्ट पर विवादास्पद बयान।
- प्रधानमंत्री मोदी का अयोध्या दौरा ऐतिहासिक हो सकता है।
- समाज में जातिवाद पर चर्चा की आवश्यकता।
चित्रकूट, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को अयोध्या पहुंच रहे हैं। वे राम मंदिर पर ध्वजारोहण करने वाले हैं। इसके लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सबसे अधिक पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को आमंत्रित किया गया है। तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने इसे पीएम मोदी का सौभाग्य बताया है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राम मंदिर ध्वजारोहण पर तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सौभाग्य है कि वह राम मंदिर जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव का दुर्भाग्य है कि वे राम मंदिर दर्शन करने नहीं पहुंचे हैं।
बिहार में भाजपा की जीत पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि बिहार की जनता जातिवाद से ऊपर उठ गई है। उन्हें यह समझ आ गया है कि अब उन्हें क्या करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनने वाली है।
राहुल गांधी के बार-बार विदेश आने पर उन्होंने कहा कि मैं किसी के आंतरिक विषयों में हस्तक्षेप नहीं करता। एससी-एसटी एक्ट को खत्म कर देना चाहिए, या उसे संशोधित करना चाहिए क्योंकि वेद में अवर्ण और सवर्ण की चर्चा नहीं थी। यह नेताओं ने ही शुरू किया। उन्होंने कहा कि जाति के आधार पर आरक्षण भी नहीं होना चाहिए।
प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस को माओवादी मुस्लिम लीग वाली पार्टी कहे जाने पर उन्होंने कहा कि मैंने उनका बयान सुना है, उन्होंने बिल्कुल ठीक कहा है। चिली के पूर्व राष्ट्रपति को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय शांति सम्मान दिए जाने पर उन्होंने सोनिया गांधी की निंदा की और कहा कि वह भारतीय नहीं हैं। वह राजीव गांधी की पत्नी हैं, इसलिए उनका सम्मान करता हूं।
बता दें कि आध्यात्मिक गुरु स्वामी रामभद्राचार्य अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं। वह कई बार हिंदू राष्ट्र की बात कह चुके हैं। इतना ही नहीं, प्रेमानंद महाराज पर टिप्पणी को लेकर वह विवादों में आए थे। इसके बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी थी।