क्या विपक्ष का असली चेहरा संसद में उजागर हुआ? : पीयूष गोयल
सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष का वॉकआउट एक बड़ी राजनीतिक घटना है।
- अमित शाह ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया।
- घुसपैठियों के मुद्दे पर राजनीति चल रही है।
- केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए।
- केंद्रीय राज्य मंत्री ने फेक नैरेटिव की पोल खोली।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के दौरान विपक्ष द्वारा किए गए वॉकआउट पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज विपक्ष का असली चेहरा सामने आया है।
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष द्वारा उठाए गए सभी झूठे आरोपों को पूरी तरह से निराधार साबित कर दिया। चुनाव आयोग पर सवाल उठाने, उसे धमकाने और उसके कामकाज में बाधा डालने के विपक्ष के लगातार प्रयासों का गृह मंत्री ने पर्दाफाश किया।
पीयूष गोयल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज विपक्ष ने संसद में अपना असली चेहरा दिखाया। जब गृह मंत्री ने कहा कि इस देश में घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है, घुसपैठी वोटर बनेंगे और उनके आधार पर जीतने का प्रयास करेंगे, तो देश की जनता उन्हें कभी नहीं छोड़ेगी। इस पर विपक्ष ने संसद का बहिष्कार कर दिया। इससे पता चलता है कि विपक्ष घुसपैठियों के साथ खड़ा है।
उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष घुसपैठियों के बल पर चुनाव जीतने का प्रयास करेगा, तो यह असफल होगा। एसआईआर के माध्यम से फर्जी वोट हटाए जा रहे हैं, मतदाता सूची की सफाई हो रही है। इस पर आपत्ति जताकर विपक्ष ने बहिष्कार कर दिया, उनका असली चेहरा सामने आ गया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस तरह टीएमसी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, और डीएमके घुसपैठी वोटों के ऊपर राजनीति करते हैं, उससे साफ पता चलता है कि इनके पास जनता का आधार नहीं है। जनता में इनकी लोकप्रियता नहीं है। ये घुसपैठियों के आधार पर जीतकर देश का भला नहीं कर सकते हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने विपक्ष के फेक नैरेटिव की पोल खोल दी। जब उन्हें लगा कि अब सदन में रहने का कोई फायदा नहीं है और जैसे ही घुसपैठियों का नाम गृह मंत्री ने लिया, विपक्ष सदन छोड़कर निकल गया। घुसपैठिये ही उनके माई-बाप हैं, तो सदन छोड़कर भागना ही था। गृह मंत्री ने तथ्य सबके सामने रखा और विपक्ष के नैरेटिव को ध्वस्त कर दिया।