क्या विपक्ष ने चुनाव आयोग की छवि को धूमिल करने का प्रयास शुरू किया है? : असीम अरुण

सारांश
Key Takeaways
- असीम अरुण ने कहा कि हर बूथ पर भाजपा के वोट काटे गए।
- विपक्ष ने चुनाव आयोग को बदनाम करने का प्रोपेगेंडा शुरू किया है।
- मतदाता सूची में सुधार के लिए बिहार में अभियान चलाया जा रहा है।
कन्नौज, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल 'वोट चोरी' के मुद्दे पर भाजपा और चुनाव आयोग से सवाल पूछ रहे हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश के मंत्री असीम अरुण ने मतदाता सूची को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।
योगी सरकार में मंत्री असीम अरुण सोमवार को उत्तर प्रदेश के कन्नौज पहुंचे, जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत की।
उन्होंने लोकसभा चुनाव में बीएलओ के माध्यम से वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि धन-बल और अन्य प्रभाव से कन्नौज के हर बूथ में भाजपा के 10 से 12 वोट काटे गए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से इस संबंध में शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग वर्तमान में वोटर लिस्ट को दुरुस्त कर रहा है। आरोप-प्रत्यारोप तो कोई भी लगा सकता है। मंत्री ने कहा कि हम सभी चुनाव आयोग के साथ हैं। बिहार ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में भी वोटर लिस्ट को ठीक करने का अभियान चलाया जाना चाहिए।
मंत्री असीम अरुण ने विपक्ष पर चुनाव आयोग को बदनाम करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि आयोग ने सभी दलों से चुनाव प्रक्रिया को दुरुस्त करने के लिए सुझाव मांगे थे, जिसमें भाजपा ने 275 सुझाव दिए, जबकि विपक्ष ने एक भी सुझाव नहीं दिया। इसके बजाय, विपक्ष ने चुनाव आयोग को बदनाम करने का प्रोपेगेंडा शुरू कर दिया है। उन्होंने विपक्षी दलों को विवाद खड़ा करने के बजाए सुझाव देने की सलाह दी।
इससे पूर्व भी मंत्री असीम अरुण ने कहा था कि लोकसभा चुनाव के दौरान कन्नौज में कोई भी ऐसा बूथ नहीं था, जहां भाजपा के वोट न काटे गए हों।
उन्होंने कहा कि जहां भाजपा समर्थकों के वोट काटे गए, वहां अखिलेश यादव के वोट बढ़े मिले। मुझे नहीं पता कि पूरे प्रदेश में किसे कितना लाभ हुआ, लेकिन कन्नौज में इसका सीधा फायदा अखिलेश यादव को हुआ।
मंत्री ने कहा कि वोटर लिस्ट हमारी चुनाव प्रक्रिया की एक कमजोर कड़ी बनी हुई है। इसे दूर करने के लिए बिहार में एसआईआर के माध्यम से काम शुरू किया गया है।