क्या लोकसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुआ? 111 प्रतिशत रही सभा की उत्पादकता

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क्या लोकसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुआ? 111 प्रतिशत रही सभा की उत्पादकता

सारांश

लोकसभा का छठा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। ओम बिरला ने सांसदों का धन्यवाद करते हुए इस सत्र की 111 प्रतिशत उत्पादकता की जानकारी दी। जानें इस सत्र में क्या-क्या हुआ।

Key Takeaways

  • लोकसभा का छठा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुआ।
  • ओम बिरला ने सदन की उत्पादकता 111 प्रतिशत बताई।
  • अगला सत्र राष्ट्रपति की अनुमति से बुलाया जाएगा।
  • विपक्ष ने मनरेगा के नाम बदलने का विरोध किया।
  • सदन की कार्यवाही के सुचारू संचालन के लिए सभी का आभार।

नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा का छठा सत्र शुक्रवार को औपचारिक रूप से अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। सत्र की कार्यवाही समाप्ति से पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को संबोधित करते हुए इस सत्र की उपलब्धियों, कार्य संस्कृति और सांसदों के सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।

ओम बिरला ने कहा कि हम 18वीं लोकसभा के छठे सत्र के अंत पर पहुंच चुके हैं। इस अवधि में सदन की 15 बैठकों का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न विधायी और अन्य कार्यों के चलते इस सत्र की उत्पादकता लगभग 111 प्रतिशत रही।

उन्होंने कहा, "माननीय सदस्यगण, अब हम 18वीं लोकसभा के छठे सत्र की समाप्ति की ओर आ गए हैं। इस सत्र में हमने 15 बैठकें कीं। आप सभी के सहयोग से इस सत्र में सभा की उत्पादकता लगभग 111 प्रतिशत रही। इसके लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं।"

अध्यक्ष ने आगे सभी सदस्यों से निवेदन किया कि वे 'वंदे मातरम' की धुन के सम्मान में अपने स्थान पर खड़े हों। इसके बाद औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि सभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की जाती है।

अनिश्चितकालीन स्थगन का अर्थ है कि अब इस सत्र की कोई अगली बैठक नहीं होगी। अगला सत्र केंद्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति की अनुमति से बुलाया जाएगा।

ओम बिरला ने एक्स पोस्ट में लिखा, "18वीं लोकसभा के छठे सत्र का आज सफलतापूर्वक समापन हुआ। यह सत्र 1 दिसंबर, 2025 को आरंभ हुआ जिसमें कुल 15 बैठकें आयोजित हुई। सभी माननीय सदस्यों के सहयोग से सदन की उत्पादकता 111 प्रतिशत के करीब रही। सदन की कार्यवाही के सुचारू संचालन के लिए माननीय प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष, सत्ता पक्ष एवं प्रतिपक्ष के सभी माननीय सदस्यों, लोक सभा सचिवालय तथा मीडिया के प्रति हार्दिक आभार।

बता दें कि संसद सत्र के आखिरी दिन भी संसद परिसर में विपक्षी दलों का विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला। विपक्षी सांसदों ने मनरेगा का नाम बदलने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान, सांसदों ने 'मनरेगा को मत मारो' के नारे भी लगाए।

ज्ञात हो कि विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन विधेयक 'जी राम जी' को भारी हंगामे के बीच गुरुवार को लोकसभा में पारित कर दिया गया। यह विधेयक महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा), 2005 की जगह लेगा। सरकार के इस फैसले के खिलाफ विपक्ष लामबंद है और प्रदर्शन कर रहा है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि लोकसभा का अनिश्चितकाल स्थगन एक महत्वपूर्ण घटना है, जो राजनीतिक स्थिरता पर प्रभाव डाल सकती है। सांसदों की उत्पादकता को लेकर विचार और प्रदर्शन इस सत्र के दौरान राष्ट्रपति के निर्णय की आवश्यकता को दर्शाते हैं।
NationPress
19/12/2025

Frequently Asked Questions

लोकसभा का छठा सत्र कब स्थगित हुआ?
लोकसभा का छठा सत्र 19 दिसंबर को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया।
इस सत्र की उत्पादकता कितनी थी?
इस सत्र की उत्पादकता लगभग 111 प्रतिशत रही।
अगला सत्र कब बुलाया जाएगा?
अगला सत्र केंद्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति की अनुमति से बुलाया जाएगा।
विरोध-प्रदर्शन का क्या कारण था?
विपक्षी दलों ने मनरेगा का नाम बदलने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया।
क्या यह सत्र सफल रहा?
हाँ, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसे सफल सत्र बताया।
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