क्या मध्य प्रदेश के बाजारों में धनतेरस पर स्वदेशी का जोर दिखा?

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क्या मध्य प्रदेश के बाजारों में धनतेरस पर स्वदेशी का जोर दिखा?

सारांश

इस धनतेरस पर मध्य प्रदेश के बाजारों में स्वदेशी उत्पादों की बढ़ती मांग ने सभी को आकर्षित किया है। खरीदारी का यह उत्सव न केवल अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक कदम है। जानें किस प्रकार से इस बार बाजारों में रौनक लौट आई है।

Key Takeaways

  • स्वदेशी उत्पादों की मांग में वृद्धि हुई है।
  • जीएसटी में कमी से कीमतों में आई है कमी।
  • दीपावली के अवसर पर खरीदारी में उत्साह बढ़ा है।
  • खादी की दुकानों पर भीड़ बढ़ी है।
  • आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।

भोपाल, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के बाजारों में रौनक छाई हुई है, और खरीदारी का दौर जारी है, जिसमें स्वदेशी उत्पादों पर सबका जोर है। दीपक से लेकर खादी की मांग पिछले सालों की तुलना में कहीं अधिक है। जीएसटी में कमी की वजह से वाहन से लेकर घरेलू उपयोग की वस्तुओं की खरीददारी में भी तेजी आई है।

राजधानी भोपाल से लेकर छोटे शहरों तक, इस बार दीपावली के अवसर पर खरीदारी में तेजी देखी जा रही है। सोने-चांदी के जेवरात से लेकर वाहनों की मांग भी बढ़ी है।

एक खरीदार संतोष कुमार का कहना है कि इस बार उन्होंने अपनी स्कूल में पढ़ने वाली बेटी के लिए दोपहिया वाहन खरीदा है। इसकी वजह जरूरत तो है ही, साथ में जीएसटी कम होने से दामों में भी कमी आई है। वाहन की कीमत उनकी पहुंच में थी, इसलिए उन्होंने यह वाहन खरीद लिया। इस तरह इस दीपावली से पहले धनतेरस पर घर में वाहन के तौर पर नया मेहमान आया है।

इसी प्रकार, खादी की दुकानों और स्वदेशी उत्पाद विक्रय केंद्रों पर भी भीड़ नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आमजन से स्वदेशी को अपनाने पर जोर दिया है, और इसका असर स्वदेशी उत्पादों की बिक्री पर भी देखा जा रहा है। खादी की दुकानों पर पिछले सालों की तुलना में कहीं अधिक भीड़ दिख रही है।

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने मुख्यमंत्री उद्यम योजनान्तर्गत रीवा में आयोजित कार्यक्रम में प्रजापति समाज के 110 परिवारों को विद्युत चलित शैला चाक का वितरण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं के निर्माण व उपयोग से ही आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा हो सकेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी उत्पादों के उपयोग में देश आगे बढ़ रहा है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि प्रजापति समाज के परिवार विद्युत शैला चाक से अपनी परंपरागत कला एवं उत्पादों का निर्माण कर स्वरोजगार स्थापित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने की दिशा में देश आगे बढ़ रहा है। प्रजापति परिवार भी विद्युत चलित शैला चाक द्वारा उत्पादों का निर्माण कर अपनी परंपरागत पहचान को बनाए रखने में सक्षम होंगे।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने रीवा शहर के निपनिया मोहल्ले में निवास करने वाले प्रजापति समाज के लोगों को भी चाक वितरण कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं चाक भी चलाया और माटी का दीपक बनाया।

Point of View

बल्कि यह आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सकारात्मक कदम भी है। यह समय है जब हम अपने देश के उत्पादों को प्राथमिकता दें और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करें।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

धनतेरस पर स्वदेशी उत्पादों की मांग क्यों बढ़ी है?
स्वदेशी उत्पादों की मांग इस लिए बढ़ी है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने आमजन से स्वदेशी को अपनाने पर जोर दिया है, और जीएसटी में कमी के कारण कीमतें भी कम हुई हैं।
क्या इस बार खरीदारी में पहले से ज्यादा रौनक है?
जी हां, इस बार दीपावली के अवसर पर खरीदारी में तेजी देखी जा रही है, जिसमें सोने-चांदी के जेवरात और वाहनों की मांग भी शामिल है।