क्या महात्मा गांधी ने विश्व शांति के लिए अमूल्य योगदान दिया? राष्ट्रपति पुतिन

Click to start listening
क्या महात्मा गांधी ने विश्व शांति के लिए अमूल्य योगदान दिया? राष्ट्रपति पुतिन

सारांश

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया। पुतिन ने कहा कि गांधी ने विश्व शांति के लिए अमूल्य योगदान दिया है और उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता में शांति की आवश्यकता पर जोर दिया।

Key Takeaways

  • महात्मा गांधी का योगदान विश्व शांति में महत्वपूर्ण है।
  • पुतिन ने गांधी के विचारों को प्रासंगिक बताया।
  • भारत और रूस के संबंधों में गांधी के सिद्धांतों का प्रभाव है।
  • शांति के मार्ग पर चलने की आवश्यकता है।
  • अहिंसा और सहयोग के सिद्धांतों का समर्थन करना चाहिए।

नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद, उन्होंने एक विजिटर बुक पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी के प्रति संदेश लिखा कि आधुनिक भारत के संस्थापकों में से एक के रूप में उन्होंने विश्व शांति के लिए अमूल्य योगदान दिया।

राजघाट परिसर में सम्मानीय विजिटर्स की बुक पर हस्ताक्षर करते हुए, पुतिन ने कहा कि महात्मा गांधी ने नए, अधिक न्यायपूर्ण, बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था का खाका तैयार किया था, जो अभी अपने प्रारंभिक चरण में है।

महात्मा गांधी का रूस के साथ गहरा संबंध था, जो दोनों देशों के साझा इतिहास का अभिन्न हिस्सा है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, "आधुनिक भारत के संस्थापकों में से एक, महान दार्शनिक और मानवतावादी महात्मा गांधी ने विश्व शांति में बहुमूल्य योगदान दिया। स्वतंत्रता, अच्छाई और मानवता पर उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "महात्मा गांधी ने लियो टॉल्स्टॉय को लिखे अपने पत्रों में, दुनिया के भविष्य के बारे में विस्तार से चर्चा की थी, जिसमें आदेश और दबदबे से मुक्त एक समाज की कल्पना की गई थी, जो बराबरी, आपसी सम्मान और सहयोग पर आधारित हो। यही वे सिद्धांत हैं जिनका रूस और भारत आज अंतरराष्ट्रीय मंच पर मिलकर समर्थन करते हैं।"

विदेश राज्य मंत्री (एमओएस) कीर्ति वर्धन सिंह के साथ, राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन हैदराबाद हाउस पहुंचे और द्विपक्षीय वार्ता शुरू की। बैठक को पीएम मोदी ने संबोधित किया और भारत और रूस के संबंधों पर अपने विचार साझा किए। इस दौरान, उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष पर अपने विचार स्पष्ट किए। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है कि हम शांति के पक्ष में हैं।

पीएम मोदी ने कहा, "कल से डेलिगेशन के लोग कई बैठकों में व्यस्त रहे हैं। ये समिट बहुत सारे परिणामों के साथ आगे बढ़ रही है। राष्ट्रपति जी, आपकी यह यात्रा बेहद ऐतिहासिक है। 2001 में जब आपने कार्यभार संभाला, तब आपकी भारत की पहली यात्रा 25 साल बाद हुई थी, जिसमें रणनीतिक साझेदारी की नींव रखी गई थी। मेरे लिए यह व्यक्तिगत रूप से खुशी की बात है कि आपके साथ मेरे संबंधों को भी 25 साल हो गए।"

रूस-यूक्रेन युद्ध पर पीएम मोदी ने कहा, "यूक्रेन के संकट के बाद हमारी लगातार चर्चा होती रही है। आपने भी समय-समय पर एक सच्चे मित्र के रूप में हमें सभी मामलों से अवगत कराया। विश्वास एक बड़ी ताकत है।" उन्होंने कहा कि विश्व का कल्याण शांति के मार्ग पर ही है और हमें मिलकर शांति की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।

Point of View

यह स्पष्ट है कि महात्मा गांधी का विचार और उनके सिद्धांत आज भी विश्व के लिए प्रेरणादायक हैं। राष्ट्रपति पुतिन का यह बयान न केवल उनके प्रति सम्मान दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वैश्विक शांति की दिशा में हमें गांधी के सिद्धांतों को अपनाने की आवश्यकता है।
NationPress
05/12/2025

Frequently Asked Questions

महात्मा गांधी का योगदान क्या है?
महात्मा गांधी ने अहिंसा और सत्याग्रह के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और विश्व शांति के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
राष्ट्रपति पुतिन ने गांधी के बारे में क्या कहा?
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि गांधी ने विश्व शांति में अमूल्य योगदान दिया और उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
भारत और रूस के संबंधों पर पुतिन का क्या कहना था?
पुतिन ने कहा कि महात्मा गांधी का दृष्टिकोण आज भी भारत और रूस के संबंधों में महत्वपूर्ण है और हमें मिलकर शांति का समर्थन करना चाहिए।
Nation Press