क्या मिजोरम में 13.33 करोड़ रुपए की मेथ टैबलेट जब्त कर म्यांमार का नागरिक गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- असम राइफल्स ने 13.33 करोड़ रुपए की मेथ गोलियां जब्त कीं।
- म्यांमार का एक ड्रग तस्कर गिरफ्तार हुआ।
- इस ऑपरेशन का उद्देश्य नशीली दवाओं की तस्करी को खत्म करना था।
- असम राइफल्स की कार्रवाई ने क्षेत्र में सुरक्षा को बढ़ाया।
- मेथामफेटामाइन को भारत में प्रतिबंधित किया गया है।
आइजोल, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम राइफल्स ने 13.33 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की अत्यधिक नशीली मेथामफेटामाइन गोलियां जब्त की हैं और एक म्यांमार के ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया है।
एक रक्षा प्रवक्ता के अनुसार, भारत-म्यांमार सीमा के निकट मादक पदार्थों की तस्करी के संबंध में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए असम राइफल्स के जवानों ने मंगलवार दोपहर को मिजोरम के चम्फाई जिले में सीमावर्ती जोखावथार में वर्ल्ड बैंक रोड पर एक अभियान शुरू किया।
प्रवक्ता ने कहा कि इस अभियान के दौरान संदिग्ध गतिविधियों का पता चला और त्वरित कार्रवाई से 4.444 किलोग्राम मेथामफेटामाइन टैबलेट बरामद की गईं, जो एक खतरनाक साइकोट्रोपिक पदार्थ है। इस मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 13.33 करोड़ रुपए है।
म्यांमार से तस्करी करके लाए गए जब्त किए गए नशीले पदार्थों को मौजूदा नियमों के अनुसार पूरी जांच और कानूनी कार्रवाई के लिए चंफाई के एक्साइज और नारकोटिक्स डिपार्टमेंट को सौंप दिया गया। अभियान के दौरान, म्यांमार का नागरिक बावी कंथंगा भी गिरफ्तार किया गया।
असम राइफल्स की समय पर और प्रभावशाली कार्रवाई यह दर्शाती है कि वे सीमा पार से ड्रग तस्करी को समाप्त करने और मिजोरम के युवाओं को नशीले पदार्थों के हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए कितनी चौकसी और मेहनत से काम कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि यह ऑपरेशन क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए मिलकर किए जा रहे प्रयासों को और मजबूत करता है।
मेथामफेटामाइन टैबलेट में मेथामफेटामाइन और कैफीन का मिश्रण होता है और इन्हें सामान्यतः 'क्रेजी ड्रग' कहा जाता है। इसे याबा या पार्टी टैबलेट भी कहा जाता है। ये भारत में प्रतिबंधित हैं।
इसके अलावा, असम राइफल्स ने मंगलवार शाम को मणिपुर के कांगपोकपी जिले के बिजांग इलाकों से 19.32 लाख रुपए की बड़ी मात्रा में गैर-कानूनी शराब बरामद की।
प्रवक्ता ने कहा कि यह ऑपरेशन खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू किया गया था, जिसमें जिरीबाम से इंफाल की ओर गैर-कानूनी शराब की तस्करी की सूचना मिली थी।
सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए, मणिपुर पुलिस के साथ मिलकर नेशनल हाईवे पर एक संयुक्त सचल वाहन चेक पोस्ट बनाया गया। चेकिंग के दौरान, इंफाल की ओर जा रहे एक संदिग्ध ट्रक को रोका गया और गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमें छिपाई गई बड़ी मात्रा में गैर-कानूनी शराब बरामद हुई।