क्या मिजोरम की डंपा विधानसभा सीट पर उपचुनाव में एमएनएफ ने जीत हासिल की?
सारांश
Key Takeaways
- आर. लालथंगलियाना ने 562 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
- उपचुनाव में कुल 20,790 मतदाता थे।
- एमएनएफ की संख्या अब 10 हो गई है।
- उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
- राज्य की राजनीतिक स्थिरता पर प्रभाव डालेगा।
आइजोल, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मिजोरम की डंपा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने शानदार जीत प्राप्त की है। इस चुनाव में राज्य के पूर्व मंत्री और एमएनएफ के उम्मीदवार आर. लालथंगलियाना ने 562 वोटों के अंतर से सफलता हासिल की।
डंपा विधानसभा उपचुनाव के लिए मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे सख्त सुरक्षा के बीच आरंभ हुई। पहले डाक मतपत्रों की गिनती की गई, उसके बाद ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में डाले गए मतों की गिनती हुई। कुल 5 राउंड में मतगणना का कार्य पूरा हुआ। इसके बाद चुनाव आयोग ने लालथंगलियाना को विजेता घोषित किया। इस उपचुनाव में कुल 5 प्रत्याशी थे।
चुनाव आयोग के अनुसार, एमएनएफ के प्रत्याशी आर. लालथंगलियाना को 6,981 वोट प्राप्त हुए, जबकि सत्तारूढ़ पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के उम्मीदवार और गायक वनलालसैलोवा को 6,419 वोट मिले।
कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार जॉन रोटलुआंगलियाना ने 2,394 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर स्थान बनाया, वहीं भाजपा के प्रत्याशी लालहमिंगथांगा को केवल 1,541 वोट मिले।
डंपा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव 11 नवंबर को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ, जिसमें कुल 20,790 मतदाताओं में से 83.07 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह उपचुनाव मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के विधायक लालरिनलियाना सेलो के 21 जुलाई को निधन के पश्चात कराया गया है।
एमएनएफ के लिए यह उपचुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण था, क्योंकि हार की स्थिति में 40 सदस्यीय विधानसभा में उसके विधायकों की संख्या घटकर 9 रह जाती, जिससे विपक्षी नेता पद पर उसका दावा भी संकट में पड़ जाता। विपक्ष के नेता पद के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 10 विधायकों की आवश्यकता होती है।
वर्तमान में, उपचुनाव में जीत के बाद मिजोरम की विधानसभा में एमएनएफ के सदस्यों की संख्या 10 हो गई है।