क्या प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू को उनकी 136वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी?
सारांश
Key Takeaways
- पंडित नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को हुआ था।
- उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उनका दृष्टिकोण आधुनिक भारत के निर्माण में सहायक था।
- 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाने का कारण उनके बच्चों के प्रति स्नेह है।
- यह दिन हमें राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 136वीं जयंती मनाई जा रही है। इस खास दिन पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।"
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित की, उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर उन्हें सादर नमन।"
जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) ने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल से पोस्ट किया, "भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन और बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।"
पंडित नेहरू को न केवल आधुनिक भारत के निर्माण में उनके नेतृत्व के लिए याद किया जाता है, बल्कि बच्चों के प्रति उनके गहरे स्नेह और चिंता के लिए भी। 14 नवंबर, नेहरू की स्थायी विरासत और बच्चों के प्रति उनके गहरे स्नेह का जश्न मनाता है। इस दिन को पूरे देश में बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
14 नवंबर, 1889 को जन्मे पंडित नेहरू ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम और देश के लोकतांत्रिक व धर्मनिरपेक्ष ढांचे को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आधुनिक और प्रगतिशील भारत के अपने दृष्टिकोण के लिए जाने जाने वाले पंडित नेहरू ने शिक्षा, वैज्ञानिक विकास और बच्चों के कल्याण पर जोर दिया।
पंडित नेहरू ने 1912 में बांकीपुर अधिवेशन में पहली बार एक प्रतिनिधि के रूप में हिस्सा लिया था। यह जन सहयोग और विश्वास ही था, जिसके बल पर नेहरू जी ने प्रतिनिधि से भारत के प्रथम प्रधानमंत्री तक का सफर पूरा किया।
युवाओं के प्रति उनके अटूट स्नेह के कारण ही उनके जन्मदिन को पूरे देश में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो आने वाली पीढ़ियों को उनके आदर्शों को अपनाने और राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।