क्या मुजफ्फरनगर में कांवड़ियों के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले युवक पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की?

सारांश
Key Takeaways
- सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्टों की निगरानी जरूरी है।
- धार्मिक सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस की तत्परता आवश्यक है।
- आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
- सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
- सभी समुदायों के बीच सहिष्णुता का बढ़ावा जरूरी है।
मुजफ्फरनगर, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुजफ्फरनगर पुलिस ने फेसबुक पर कथित रूप से आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान थाना भोपा क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा मोरना स्थित दरियावाला बाग गांव निवासी शहजाद पुत्र फैय्याज के रूप में हुई है। आरोपी ने कांवड़ यात्रा के संबंध में फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी।
मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने कांवड़ यात्रा 2025 को शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से सतर्कता बरती है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ पुलिस सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी कर रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास न कर सके। इसी क्रम में शहजाद को गिरफ्तार किया गया।
सोशल मीडिया पर कांवड़ यात्रा और कांवड़ियों के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और शहजाद को उसके घर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी को शिक्षा देने के लिए यह संदेश देने की कोशिश की है कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुजफ्फरनगर के एसपी (देहात) आदित्य बंसल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कस्बा मोरना के शहजाद ने फेसबुक पर बेहद आपत्तिजनक और अशोभनीय पोस्ट डाली है, जिससे एक धर्म विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंची है। पोस्ट में महिलाओं के खिलाफ भी भद्दे शब्दों का प्रयोग किया गया। एसपी ने बताया कि आरोपी केवल तीसरी कक्षा पास है और मिस्त्री का काम करता है।
उन्होंने कहा, "तुरंत इस पोस्ट पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने आरोपी शहजाद को गिरफ्तार कर लिया। बीएनएस और आईटी एक्ट की कई धाराओं में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अब आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।"
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शहजाद के फेसबुक अकाउंट की जांच करने पर यह पाया गया कि उसने कई विवादित पोस्ट डाली थीं, जिनका उद्देश्य धार्मिक भावनाओं को आहत करना था। पुलिस ने कहा, "इन पोस्टों के माध्यम से दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न करने की कोशिश की गई।"