क्या केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने ‘विकसित भारत सिटी प्रदर्शनी' का उद्घाटन किया?
सारांश
Key Takeaways
- नेशनल अर्बन कॉन्क्लेव 2025 का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने किया।
- यह कॉन्क्लेव 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- ‘विकसित भारत सिटी प्रदर्शनी’ का उद्घाटन किया गया।
- शहरी विकास के लिए सस्टेनेबल और इंक्लूसिव तकनीकों पर चर्चा हुई।
नई दिल्ली, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को ‘नेशनल अर्बन कॉन्क्लेव 2025’ को 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य के प्रति सरकार की सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में जानकारी साझा करते हुए बताया कि वे नई दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ‘नेशनल अर्बन कॉन्क्लेव 2025’ में शामिल हुए।
उन्होंने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में यह कॉन्क्लेव 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में हर नागरिक के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में टेक्नोलॉजी-संचालित और जनकेंद्रित शहरी तंत्र का प्रतीक है।"
उन्होंने आगे कहा, "यह कॉन्क्लेव हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है।"
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस अवसर पर टीम अर्बन - नीति-निर्माताओं, शहरी विकास मंत्रियों और इनोवेटर्स ने सस्टेनेबल, इंक्लूसिव और फ्यूचर-रेडी शहरों के रोडमैप पर विचार-विमर्श किया।
केंद्रीय मंत्री के अनुसार, इस अवसर पर भविष्य के भारतीय शहरों की परिकल्पना को मूर्त आकार देने वाली ‘विकसित भारत सिटी प्रदर्शनी’ का उद्घाटन भी किया गया।
उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी सस्टेनेबल डेवलपमेंट, टेक्नोलॉजी से सशक्त सुरक्षा, और इंक्लूसिव-इनोवेशन का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो एक वाइब्रेंट, मानवीय और प्रगतिशील शहरी भारत की झलक दिखाती है।
केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि अमृत मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, पीएम आवास योजना, और पीएम स्वनिधि जैसी योजनाएं जन-जन के जीवन में बड़ा परिवर्तन लाने को लेकर अहम रही हैं।
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को गुड़गांव में 18वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया कॉन्फ्रेंस-कम-एग्जीबिशन 2025 का उद्घाटन किया था। इस कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि भारत 1100 किलोमीटर ऑपरेशनल मेट्रो नेटवर्क के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बन चुका है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि देश की प्रगति जल्द ही उसे दूसरे पायदान पर ले जाएगी।