क्या एनआईए ने अलकायदा आतंकी साजिश मामले में 5 राज्यों के 10 ठिकानों पर छापा मारा?
सारांश
Key Takeaways
- एनआईए ने अलकायदा से जुड़े मामलों में पांच राज्यों में छापेमारी की।
- जाली पहचान दस्तावेज का उपयोग कर बांग्लादेशी नागरिकों का प्रवेश।
- आपत्तिजनक दस्तावेजों और डिजिटल उपकरणों की जब्ती।
- माओवादी गतिविधियों पर भी एनआईए की नजर।
- आतंकवादी नेटवर्क की जांच जारी है।
नई दिल्ली, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों से संबंधित अलकायदा आतंकी साजिश मामले में पांच राज्यों में 10 ठिकानों पर छापेमारी की। एनआईए की टीमों ने पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मेघालय, हरियाणा और गुजरात में संदिग्धों तथा उनके सहयोगियों के परिसरों की गहन तलाशी ली। इस दौरान कई डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। इन दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच की जाएगी।
अलकायदा गुजरात मामला मूल रूप से एनआईए ने जून 2023 में विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया था।
एनआईए की जांच से यह जानकारी मिली है कि चार बांग्लादेशी नागरिकों (जिनकी पहचान मोहम्मद सोजिबमियां, मुन्ना खालिद अंसारी उर्फ मुन्ना खान, अजरुल इस्लाम उर्फ जहांगीर उर्फ आकाश खान और अब्दुल लतीफ उर्फ मोमिनुल अंसारी के रूप में हुई है) ने जाली भारतीय पहचान दस्तावेज का उपयोग करके भारत में प्रवेश किया था। इनका संबंध प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अलकायदा से पाया गया है।
ये लोग बांग्लादेश में अलकायदा के गुर्गों के लिए धन इकट्ठा करने, स्थानांतरित करने और मुस्लिम युवाओं को सक्रिय रूप से प्रेरित करने में भी शामिल पाए गए हैं।
10 नवंबर 2023 को एनआईए ने अहमदाबाद स्थित एनआईए विशेष न्यायालय में पांच आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। भारत और सीमा पार सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क की उपस्थिति, संबंधों और वित्तीय चैनलों का पता लगाने के लिए एनआईए के प्रयासों के तहत मामले की जांच जारी है।
इसी के तहत एनआईए ने तेलंगाना राज्य में तीन अलग-अलग आतंकवादी मामलों में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन के 21 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मंगलवार को आरोप पत्र दायर किया था। ये आरोप पत्र हैदराबाद स्थित एनआईए की विशेष अदालत में दायर किए गए, जिसमें 20 गिरफ्तार आरोपियों और एक भगोड़े के खिलाफ विभिन्न धाराओं में आरोप लगाए गए हैं।
इस साल मई में तेलंगाना पुलिस ने मुलुगु जिले में तीन अलग-अलग स्थानों पर छापे मारकर कई माओवादी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। उनके पास से स्वचालित असॉल्ट राइफलें, गोला-बारूद, विस्फोटक सामग्री, माओवादी साहित्य और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई थी।