क्या नीतीश सरकार ने 12 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य तय किया है?

सारांश
Key Takeaways
- 12 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य
- राज्य सरकार की योजना जल्द लागू होगी
- हर व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास
- विपक्ष की आलोचना का सामना करना
- ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग
पटना, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने शनिवार को जानकारी दी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार निरंतर रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का लक्ष्य 12 लाख लोगों को नौकरी प्रदान करना है। इसके साथ ही, 30 लाख से अधिक लोगों को आजीविका के साधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
जायसवाल ने कहा कि इस संबंध में सरकार ने पूरी योजना बना ली है, जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा। इसी योजना के तहत हमने लोगों को नियुक्ति पत्र दिए हैं। भविष्य में और अधिक लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी व्यक्ति रोजगार से वंचित न रहे। सभी लोगों के पास आजीविका के साधन हों, ताकि उन्हें दर-दर की ठोकर न खानी पड़े।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार इस बात के प्रति चिंतित है कि बिहार के लोगों को रोजगार मिले और उन्हें बेरोजगारी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास अब कोई काम नहीं बचा है। वे “बेकार की बातें” कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। आज हमारी सरकार ने जिस प्रकार से लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किए, उस पर विपक्ष को खुशी होनी चाहिए थी। उन्हें हमारी सरकार का समर्थन करना चाहिए था। लेकिन, यह दुर्भाग्य है कि विपक्ष ने एक शब्द भी नहीं कहा। हमें इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। हम लगातार जनता के हित में काम करते रहेंगे।
पश्चिम बंगाल के लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले पर दिलीप जायसवाल ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि यदि ममता बनर्जी ने आर.जी. कर मामले से कुछ सीखा होता, तो हम इस स्थिति का सामना नहीं कर रहे होते। लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई कठोर कार्रवाई नहीं की।
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।