क्या नोएडा में दिवाली से पहले खाद्य विभाग का बड़ा एक्शन हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- दिवाली से पहले खाद्य विभाग की सघन जांच अभियान।
- 1100 किलो प्रदूषित मिठाई का नष्ट किया जाना।
- उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षित खाद्य सामग्री की उपलब्धता।
- अस्वस्थकर मिठाइयों के निर्माण पर कड़ी कार्रवाई।
- जिलाधिकारी के निर्देश पर निरंतरता से चलने वाला अभियान।
नोएडा, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली के अवसर पर जनपद गौतमबुद्धनगर में उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एक व्यापक जांच अभियान प्रारंभ कर दिया है।
जिलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देशों पर विभागीय टीमें लगातार विभिन्न प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर रही हैं, जिससे बाजार में बिकने वाले मिठाइयों, नमकीनों और पेय पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय सर्वेश मिश्रा ने बताया कि मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीरेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने सेक्टर-115 नोएडा स्थित रमा शंकर मिठाई निर्माणशाला पर छापा मारा।
जांच के दौरान टीम ने पाया कि ग्रामीण इलाकों में सप्लाई हेतु मिठाइयों का निर्माण अत्यंत अस्वच्छ और अस्वास्थ्यकर वातावरण में किया जा रहा था। निर्माणशाला से भारी मात्रा में प्रदूषित मिठाइयां बरामद की गईं, जिनमें बूंदी के लड्डू, मोहन बर्फी, मोहन केक, मोहन पेड़ा, पत्तीसा और कच्ची बर्फी शामिल थीं। इन सभी मिठाइयों के कुल 6 नमूने जांच के लिए संग्रहित किए गए, जबकि लगभग 1100 किलोग्राम प्रदूषित मिठाई का मौके पर ही विनाश कराया गया।
इसी अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश कुमार, मालती, विशाल गुप्ता एवं विजय बहादुर पटेल की टीम ने लखनावली सूरजपुर स्थित वीरेंद्र नमकीन भंडार पर कार्रवाई करते हुए 38 किलोग्राम नमकीन सीज की तथा एक नमूना जांच के लिए लिया। इसके अलावा चेहरपुर खादर स्थित रामाशीष स्वीट्स से पेड़ा का एक नमूना भी लिया गया।
इस प्रकार कुल आठ नमूने विभिन्न प्रतिष्ठानों से संग्रहित कर प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे गए हैं। सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर यह अभियान दीपावली तक लगातार जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मानकों के विपरीत खाद्य सामग्री तैयार करने या बेचने वाले प्रतिष्ठानों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि त्योहार के अवसर पर जनपद वासियों को केवल शुद्ध, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य एवं पेय पदार्थ ही उपलब्ध हों।