क्या ओडिशा में कांग्रेस ने पूर्व विधायक मोकिम को पार्टी से निकाला?

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क्या ओडिशा में कांग्रेस ने पूर्व विधायक मोकिम को पार्टी से निकाला?

सारांश

ओडिशा में कांग्रेस का बड़ा कदम! पूर्व विधायक मोहम्मद मोकिम को पार्टी से बाहर निकालने के पीछे की वजह जानें। क्या मोकिम के पत्र ने पार्टी में गहराई से हलचल मचाई? जानिए इस विवाद के सभी पहलुओं को।

Key Takeaways

  • मोहम्मद मोकिम को पार्टी से निकाला गया है।
  • उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर नेतृत्व पर सवाल उठाए।
  • ओपीसीसी अध्यक्ष भक्त चरण दास पर मोकिम ने आरोप लगाए।
  • पार्टी में आंतरिक असंतोष का संकेत मिलता है।
  • मोकिम के पत्र ने पार्टी में हलचल मचाई है।

भुवनेश्वर, १५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) ने पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता मोहम्मद मोकिम को 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' में संलिप्तता के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बाहर निकाल दिया है। कुछ दिन पहले उन्होंने सोनिया गांधी को एक पत्र भेजकर पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे।

ओपीसीसी अध्यक्ष भक्त चरण दास के हस्ताक्षर वाले १३ दिसंबर को जारी एक नोटिस में उल्लेख है, "यह सभी संबंधित लोगों की जानकारी के लिए है कि एआईसीसी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण मोहम्मद मोकिम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निकालने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।"

यह उल्लेखनीय है कि कटक-बाराबती की वर्तमान विधायक सोफिया फिरदौस के पिता, मोकिम ने हाल ही में पार्टी में तब हंगामा खड़ा किया था जब उन्होंने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और ओपीसीसी अध्यक्ष दास को सीधे निशाना बनाया था।

पूर्व विधायक ने ८ दिसंबर को लिखे अपने पत्र में कहा था कि पार्टी को ओडिशा में लगातार छह हार और राष्ट्रीय स्तर पर तीन बड़ी हार का सामना करना पड़ा है, जो उनके जैसे वफादार कार्यकर्ताओं के लिए चिंताजनक, दिल तोड़ने वाला और असहनीय है। उन्होंने मौजूदा ओपीसीसी अध्यक्ष भक्त चरण दास के खराब चुनावी प्रदर्शन और कांग्रेस पार्टी के साथ वैचारिक मतभेदों की ओर इशारा किया।

मोकिम ने कहा कि दास २०२५ में ओपीसीसी अध्यक्ष बने थे और उन्हें लगातार तीन चुनावी हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ओपीसीसी अध्यक्ष और उनके बेटे के अलग 'कोसल राज्य' के समर्थन ने पार्टी कार्यकर्ताओं में अशांति फैला दी है।

राज्यों में केंद्रीय नेतृत्व के नेतृत्व चुनने की पसंद पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि गलत फैसलों की एक श्रृंखला और गुमराह करने वाले नेतृत्व के चुनावों ने पार्टी को कमजोर कर दिया है।

जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और पार्टी नेतृत्व के बीच बढ़ती दूरी का आरोप लगाते हुए, मोकिम ने कहा कि वह लगभग तीन साल के इंतजार के बाद भी राहुल गांधी से नहीं मिल पाए।

मोकिम के पत्र ने पार्टी में हलचल मचा दी है, जिसमें वरिष्ठ नेताओं ने उनकी आलोचना की है। ओपीसीसी अध्यक्ष दास ने मोकिम का नाम लिए बिना कहा था कि जो लोग भाजपा के संपर्क में हैं, उन्हें कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए।

Point of View

यह विवाद एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि क्या पार्टी अपने मुद्दों को सुलझा पाएगी।
NationPress
15/12/2025

Frequently Asked Questions

मोहम्मद मोकिम को पार्टी से क्यों निकाला गया?
उन्हें 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' में शामिल होने के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बाहर निकाला गया है।
मोकिम ने किसे पत्र लिखा?
उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाए।
ओपीसीसी का अध्यक्ष कौन है?
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास हैं।
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