क्या पाकिस्तान को यूएनएससी की अध्यक्षता मिलना हमारी विदेश नीति की विफलता है?

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान का आतंकवाद से जुड़ाव जगजाहिर है।
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान की अध्यक्षता एक कूटनीतिक विफलता है।
- भारत को वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत करने की आवश्यकता है।
- कांग्रेस ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं।
- आतंकी समूहों को संरक्षण देने का आरोप पाकिस्तान पर है।
बेंगलुरु, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनसीसी) की अध्यक्षता मिलने पर बुधवार को गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने इसे भारतीय विदेश नीति की विफलता करार दिया और कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन दे रहा है, फिर भी किसी देश ने भारत का समर्थन नहीं किया।
सुरजेवाला ने बताया कि "आतंकवादी देश पाकिस्तान को अब वैश्विक सुरक्षा का दलाल बना दिया गया है। शैतान अब कुर्सी पर बैठा है, क्योंकि कल शाम से पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है। यह मोदी सरकार की विश्वसनीयता की बड़ी हानि और कूटनीतिक विफलता है, जिसने हमारे राष्ट्रीय हितों से समझौता किया है।"
कांग्रेस ने कहा कि पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है, जिसका आतंकवादियों को पनाह देने, आतंकवाद को बढ़ावा देने और भारत में आतंकवाद एक्सपोर्ट करने का इतिहास रहा है। पाकिस्तान ने मंगलवार, 1 जुलाई 2025 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी संभाली। मोदी सरकार ने इस संबंध में क्या किया? यह सब पहलगाम आतंकी हमले के कुछ सप्ताह बाद हुआ, जो स्पष्ट रूप से पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित और संचालित था।
उन्होंने कहा, "यह सब तब हुआ, जब पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह दे रहा है, जिनमें अब मृत आतंकवादी ओसामा बिन लादेन, अब्दुल रऊफ, मौलाना मसूद अजहर, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और कई अन्य शामिल हैं।"
सुरजेवाला ने कहा, "पाकिस्तान भारत विरोधी आतंकी समूहों जैसे जैश-ए-मोहम्मद, जमात-उद-दावा, तहरीक-ए-आजादी जम्मू-कश्मीर को संरक्षण और सहायता दे रहा है। ये सभी भारत विरोधी आतंकी संगठन हैं, जो पाकिस्तान से संचालित हो रहे हैं और इसी पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बनने की अनुमति दी गई है।"
उन्होंने कहा कि यह सब तब भी हुआ, जब पाकिस्तान में 21 ज्ञात आतंकी शिविर चल रहे हैं। मैं जानबूझकर ‘ज्ञात’ शब्द का उपयोग कर रहा हूं। ये शिविर मुसकर-ए-अक्सा, अब्दुल्ला बिन मसूद, हबीबुल्लाह, बट्टारसी, बालाकोट जैसे स्थानों पर हैं। अगर मैं इन आतंकी शिविरों के नाम और स्थान बता सकता हूं, तो भारत सरकार क्या कर रही है?
सुरजेवाला ने केंद्र सरकार से सवाल किया, "मोदी सरकार क्या कर रही है? एक ऐसा देश, जिसके आतंकवादी संबंध जगजाहिर हैं, जहां पाकिस्तानी सरकार और सेना के सक्रिय समर्थन से आतंकी संगठन चल रहे हैं, उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रमुख बनने की अनुमति कैसे दी जा सकती है?"