क्या पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था का पतन हो गया है? ममता सरकार क्या अपराधियों की समर्थक है?

सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है।
- भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- प्रो. असीम घोष की नियुक्ति से राजनीतिक माहौल में बदलाव आ सकता है।
कोलकाता, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पटना में घटित चंदन मिश्रा हत्याकांड में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी पर पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष श्रमिक भट्टाचार्य ने ममता बनर्जी सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को पूरी तरह से ध्वस्त बताया और ममता सरकार को अपराधियों और घुसपैठियों का समर्थक करार दिया। इसके साथ ही, उन्होंने हरियाणा के नए राज्यपाल के रूप में नियुक्त प्रो. असीम घोष को बधाई दी और उनकी नियुक्ति के प्रति खुशी व्यक्त की।
श्रमिक भट्टाचार्य ने कहा कि हत्याकांड में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया कि अपराधी यह सोचते हैं कि पश्चिम बंगाल की सरकार उनके साथ है। उन्होंने कहा कि बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। यहां संविधान की दुहाई दी जा रही है, लेकिन वास्तविकता में सरकार का अस्तित्व ही नहीं है। सरकार, नेता, अपराधी और घुसपैठिए सभी एक-दूसरे में घुल-मिल गए हैं। यह स्थिति एक फुटबॉल के खेल जैसी हो गई है, जहां कोई नियम नहीं बचा। पश्चिम बंगाल की जनता को इस अराजकता से मुक्ति चाहिए।
भट्टाचार्य ने ममता सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था का पूरी तरह से पतन हो चुका है। असामाजिक तत्व और अपराधी यह मानते हैं कि ममता सरकार उनका समर्थन करती है। यहां संवैधानिक तंत्र पूरी तरह से टूट चुका है और प्रशासन का राजनीतिकरण हो चुका है। यही कारण है कि ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों और आईएसआईएस से जुड़े एजेंटों की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल से बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए और आईएसआईएस के एजेंट पकड़े जा रहे हैं। यह दर्शाता है कि राज्य में कोई प्रभावी शासन नहीं है। सरकार, नेता और अपराधी एक-दूसरे से इस कदर जुड़े हुए हैं कि स्थिति अनियंत्रित हो चुकी है।
इसके अलावा, प्रो. असीम कुमार घोष को हरियाणा का नया राज्यपाल नियुक्त किए जाने पर भट्टाचार्य ने कहा कि वे बहुत अच्छे इंसान और शिक्षक हैं। उनसे समय-समय पर मुलाकात होती रहती है और बातचीत होती है। असीम घोष ने लंबे समय तक हमारे साथ राजनीति की है। वे एक सम्मानित शिक्षक और पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। उनकी नियुक्ति से हम सभी बहुत खुश हैं।