क्या पटना अस्पताल में अपराधी की हत्या से सियासत गरमाई है? पप्पू यादव ने राष्ट्रपति शासन की माँग की

सारांश
Key Takeaways
- पटना में हत्या की घटना से सियासी हलचल बढ़ी।
- पप्पू यादव ने राष्ट्रपति शासन की मांग की।
- बिहार में सुरक्षा संकट गहरा गया है।
- राजनीतिक विवादों के चलते लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
- इस घटना के पीछे आपसी झगड़े की संभावना।
पटना, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में एक अस्पताल में भर्ती अपराधी चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या के मामले में निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि अब बिहार में कुछ भी सुरक्षित नहीं बचा है। उन्होंने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
पप्पू यादव ने कहा, "यहां न तो थानेदार सुरक्षित हैं और न ही डॉक्टर। कोई भी यहां सुरक्षित नहीं है। बिहार के 13 करोड़ लोगों के जीवन पर हमला हो रहा है। अब केवल नेताओं की नेतागिरी बची है, जो पैसे के बल पर चल रही है। अपराधियों को समाप्त करना आवश्यक है। जाति के आधार पर अपराधियों का चयन किया जाता है। गलत इनकाउंटर होते हैं और असली शूटर को बचाया जाता है।"
उन्होंने आगे कहा कि यहां कोई शासन नहीं बचा है। नीतीश कुमार सरकार लगभग सोई हुई है। अब भाजपा और पुलिस मुख्यालय के अधिकारी सरकार चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह राजभवन जा रहे हैं और उनकी मांग है कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार से अपराधियों को मिटा देना चाहिए और पुलिस मुख्यालय के सभी अधिकारियों को हटा देना चाहिए।
सांसद ने कहा कि बिहार में अब राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए। बता दें कि पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती चंदन मिश्रा को अपराधियों ने गोली मारी। जेल में बंद चंदन मिश्रा हाल ही में इलाज के लिए जेल से पैरोल पर बाहर आया था।
इसी दौरान कुछ अपराधियों ने उस पर हमला कर दिया। संभावना है कि यह घटना आपसी झगड़े या विरोधी गिरोहों के कारण हुई। इलाज के दौरान ही कुछ अपराधियों ने उस पर हमला किया और उसे कई गोलियां मारी हैं। इस घटना के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। विपक्ष सरकार पर हमलावर है।