क्या आप पीठ दर्द से परेशान हैं? ये आसान योगासन दिलाएंगे मुक्ति
सारांश
Key Takeaways
- कटिचक्रासन पीठ के तनाव को कम करता है।
- ताड़ासन रीढ़ की हड्डी को सीधा रखता है।
- वक्रासन पीठ दर्द में राहत देता है।
- शवासन शरीर को आराम देता है।
- सेतुबंधासन कमर को मजबूत बनाता है।
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पीठ दर्द आजकल एक आम समस्या बन चुकी है। लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करना, मोबाइल का अत्यधिक उपयोग या गलत मुद्रा में बैठना इसके प्रमुख कारण हैं। ऐसे में योगासन पीठ दर्द को कम करने और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने में अत्यंत सहायक होते हैं।
सबसे पहले कटिचक्रासन है। यह रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पीठ के तनाव को समाप्त करता है। ताड़ासन खड़े होकर किया जाता है और यह पूरे शरीर की मुद्रा को सुधारता है। यह रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में मदद करता है और लंबाई बढ़ाने में भी सहायक होता है।
वक्रासन रीढ़ के निचले हिस्से को स्ट्रेच करता है और पीठ दर्द में राहत प्रदान करता है। वहीं, शवासन शरीर को पूर्ण आराम देता है, मांसपेशियों की थकान को दूर करता है और मानसिक तनाव को कम करता है।
अर्ध शलभासन पीठ और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे कमर दर्द में लाभ मिलता है। पवनमुक्तासन पेट और कमर की मांसपेशियों को आराम देता है और गैस या अपच जैसी समस्याओं में भी सहायता करता है।
भुजंगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और पीठ, गर्दन तथा कंधों की समस्याओं को कम करता है। मर्कटासन रीढ़ को लचीला बनाता है और शरीर की मजबूती को बढ़ाता है।
सेतुबंधासन कमर के निचले हिस्से और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और पीठ दर्द में तात्कालिक राहत प्रदान करता है।
इन सभी योगासनों का नियमित अभ्यास न केवल पीठ दर्द को कम करता है, बल्कि शरीर की मुद्रा को भी सही रखता है और ऊर्जा के प्रवाह को बेहतर बनाता है। आप हल्की स्ट्रेचिंग से शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे हर आसन करने का प्रयास करें।
योग करते समय सांस पर ध्यान दें और आवश्यकता पड़ने पर योग प्रशिक्षक की सहायता लें।
योग के साथ उचित खान-पान और थोड़ी हल्की एक्सरसाइज से पीठ दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है।