क्या पिताजी ने 20 साल में जो किया, उसका फल बिहार को मिलेगा? जन्मदिन पर बोले सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत

सारांश
Key Takeaways
- निशांत कुमार ने अपने जन्मदिन पर महावीर मंदिर में पूजा की।
- उन्होंने एनडीए की जीत का विश्वास जताया।
- जदयू कार्यालय के बाहर पोस्टर लगे हैं।
- राजनीति में आने की चर्चाएँ तेज हो गई हैं।
- पिताजी के 20 साल के काम का फल मिलेगा, ऐसा विश्वास है।
पटना, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत रविवार को अपना जन्मदिन बड़े धूमधाम से मना रहे हैं। इस खास दिन पर निशांत ने पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में जाकर दर्शन किए। वहां उन्होंने रुद्राभिषेक किया और भगवान से आशीर्वाद भी मांगा। इस अवसर पर उनके परिवार के सदस्य भी उनके साथ थे।
रुद्राभिषेक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए निशांत ने कहा कि इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में हम अच्छे बहुमत से जीत हासिल करेंगे और एनडीए की सरकार बनेगी, यह मेरा दृढ़ विश्वास है।
उन्होंने आगे कहा, "प्रदेशवासियों को पूरा विश्वास है कि पिताजी ने जो 20 साल में काम किया है, उसका फल वे अवश्य देंगे।"
निशांत ने कहा कि पहले यह पूजा उनकी माँ करवाती थीं, लेकिन अब यह जिम्मेदारी उनके पिताजी ने ले ली है।
उन्होंने कहा कि अब चुनाव नजदीक है। हमें फिर से एनडीए को जीत दिलाना है और पिताजी को फिर से मुख्यमंत्री बनाना है।
निशांत ने रोजगार और विकास योजनाओं का भी जिक्र किया। हालांकि, उन्होंने अपने राजनीति में आने के सवालों का कोई उत्तर नहीं दिया।
इस बीच, जदयू कार्यालय के सामने कार्यकर्ताओं ने एक पोस्टर लगाया है, जिसमें बड़े अक्षरों में लिखा गया है "बिहार की मांग सुन लिए निशांत… बहुत-बहुत धन्यवाद।" इस पोस्टर में नीतीश कुमार और निशांत कुमार की तस्वीरें भी हैं।
पोस्टर के सामने आने के बाद एक बार फिर से निशांत के राजनीति में आने की चर्चा तेज हो गई है।
जदयू कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में निशांत कुमार की तस्वीर को प्रमुखता से दिखाया गया है। उन्हें एक प्रभावी नेता के रूप में प्रस्तुत किया गया है। हालांकि, जदयू या पार्टी के किसी नेता की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन, निशांत की जन्मदिन और जदयू कार्यालय के बाहर लगे इस पोस्टर से सियासी हलचल बढ़ गई है।
वास्तव में, लंबे समय से निशांत के राजनीति में आने और इस वर्ष होने वाले चुनाव में उनके चुनाव लड़ने की चर्चा चल रही है। निशांत भी एनडीए को जीत दिलाने और फिर से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने की अपील करते रहे हैं, लेकिन राजनीति में आने को लेकर उन्होंने चुप्पी साध रखी है।