क्या पीएम मोदी के मालदीव दौरे को लेकर प्रवासी भारतीय उत्साहित हैं?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव दौरा भारतीय प्रवासियों के लिए गर्व का विषय है।
- प्रवासी भारतीय उनसे मिलने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं।
- मालदीव में भारतीय संस्कृति का व्यापक प्रभाव है।
- लिट्टी चोखा जैसे बिहारी व्यंजन वहां प्रचलित हैं।
- यह यात्रा भारत-मालदीव संबंधों को मजबूत करेगी।
नई दिल्ली, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रवासी भारतीय मालदीव में कार्यरत हैं। वे प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उनसे मिलने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारे प्रधानमंत्री मालदीव के माले शहर में आ रहे हैं, जहाँ हम भी काम कर रहे हैं।
बिहार के कुछ निवासियों ने प्रधानमंत्री मोदी की हालिया यात्रा पर चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें लिट्टी चोखा जैसे बिहारी व्यंजन बहुत पसंद हैं और कभी-कभी हम भी मालदीव में लिट्टी चोखा बनाते हैं।
साविन्दर प्रजापति ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का प्रयास करेंगे। बिहार के बारे में प्रधानमंत्री कई बार बात कर चुके हैं और उन्होंने यह भी व्यक्त किया है कि उन्हें बिहारी खाना, विशेषकर लिट्टी चोखा, बहुत पसंद है। हम मालदीव में रहते हुए लिट्टी चोखा बनाकर भोजन का आनंद लेते हैं।
बिहार के गोपालगंज जिले के निवासी मनोज कुमार ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हमारे प्रधानमंत्री मालदीव में आ रहे हैं। यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है। हाल ही में हम बिहार गए थे और हम प्रधानमंत्री मोदी से मिलने की इच्छा रखते हैं।
वहीं, बिहार निवासी नितेश कुमार सिंह ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री के आने से हमें बहुत खुशी हो रही है। यहाँ उनके स्वागत के लिए विभिन्न तैयारियाँ की गई हैं।
नागेंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश कुशीनगर का निवासी हूँ। मुझे बहुत खुशी है कि पीएम मोदी यहाँ आ रहे हैं। अगर मौका मिला, तो हम उनसे मिलने के लिए पीछे नहीं हटेंगे।
गोरखपुर के निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि मुझे मालदीव में लगभग एक वर्ष हो गया है, और मैं यहाँ काम कर रहा हूँ। यहाँ भारत के प्रति लोगों में बहुत प्रेम है।