क्या पीएम मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विपक्ष के झूठे प्रचार को बेनकाब किया?

सारांश
Key Takeaways
- भारत अपनी सीमा सुरक्षा को लेकर गंभीर है।
- पीएम मोदी ने विपक्ष के झूठे प्रचार को उजागर किया।
- सुप्रिया सुले ने सरकार के अच्छे कामों की तारीफ की।
- धैर्यशील माने ने विपक्ष के बयान की निंदा की।
- संसद में हंगामा देश के संसाधनों की बर्बादी है।
नई दिल्ली, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान यह स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के साथ युद्ध में किसी तीसरे देश ने मध्यस्थता नहीं की है। इस संदर्भ में शिवसेना सांसद धैर्यशील माने ने कहा कि विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठ को पीएम मोदी ने जनता के सामने उजागर कर दिया।
धैर्यशील माने ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि विपक्ष के झूठे प्रचार को पीएम ने संसद और देश के सामने बेनकाब कर दिया है। पीएम ने यह स्पष्ट किया कि भारत किसी के सामने झुकने वाला नहीं है और देश की सीमा सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने सदन में स्पष्टता से कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने में किसी तीसरे देश ने मध्यस्थता नहीं की है।
प्रणीति शिंदे द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को तमाशा बताने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि यह बयान बेहद घटिया है। प्रणीति शिंदे को इस विषय की गंभीरता का एहसास नहीं है। वह केवल राहुल का गुणगान कर रही हैं। मैं इस बयान की कड़ी निंदा करता हूं और कहता हूं कि ऐसे विषयों में देश को एकजुट रहना चाहिए। उन्हें इस बयान के लिए देश और सेना से माफी मांगनी चाहिए।
सुप्रिया सुले द्वारा संसद में पीएम मोदी की तारीफ पर धैर्यशील ने कहा कि सुप्रिया सुले एक सीनियर नेता हैं और उनकी राजनीतिक समझ अद्भुत है। वह हर मुद्दे पर सत्ता पक्ष का विरोध नहीं करतीं। उन्होंने कहा कि जो काम सरकार देशहित में कर रही है, उसकी प्रशंसा होनी चाहिए। मैं उनके इस बड़प्पन के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं।
विपक्ष द्वारा एसआईआर के मुद्दे पर हंगामा करने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि विपक्ष बीएसी की मीटिंग में मुद्दों को उठा सकता है। संसद में हंगामा करने से देश की करोड़ों रुपए और कीमती समय बर्बाद होता है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।