क्या 'मन की बात' में पीएम मोदी के वक्तव्य से युवा प्रेरित होंगे? : उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू-कश्मीर के युवाओं की खेल प्रतिभा की सराहना।
- पीएम मोदी का प्रतिभा सेतु ऐप का जिक्र।
- सीमावर्ती क्षेत्रों के खिलाड़ियों को प्रेरणा।
- युवाओं के लिए नई संभावनाएं।
- हर साल मन की बात में कुछ नया।
लखनऊ, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो शो मन की बात के 125वें एपिसोड में सीमा राज्य जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया। उन्होंने राज्य में युवाओं की खेल के प्रति बढ़ती रुचि की प्रशंसा की। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि पीएम मोदी के वक्तव्य से जम्मू-कश्मीर के युवा प्रेरित होंगे।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "प्रधान मंत्री ने अपनी मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देश के सीमावर्ती राज्य, जम्मू-कश्मीर में युवाओं की प्रतिभा की सराहना की। खेलों में प्रतिभा को निखारने के लिए प्रधान मंत्री द्वारा दिए गए वक्तव्य से सीमावर्ती क्षेत्रों के खिलाड़ियों को काफी प्रेरणा मिलेगी। ये युवा भारत का नाम रोशन करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "पीएम मोदी ने उन बच्चों का उल्लेख किया जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, और जिनके लिए प्रतिभा सेतु नामक एक विशेष ऐप विकसित किया गया है। मन की बात कार्यक्रम में हर साल कुछ नया होता है। इस बार खिलाड़ियों और युवाओं को पीएम मोदी का आशीर्वाद मिला है। उनका संबोधन समाज में नई प्रेरणा का संचार करता है।"
ब्रजेश पाठक ने लोगों से अपील की कि अगर किसी के पास आगे बढ़ने के लिए संसाधनों की कमी है, तो वे हमें सूचित करें। हम उनकी बात प्रधान मंत्री तक पहुंचाएंगे।
गौरतलब है कि पहले मन की बात कार्यक्रम में पुलवामा में रिकॉर्ड भीड़ के बीच डे-नाइट क्रिकेट मैच का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले ऐसा सोचना भी मुश्किल था, लेकिन अब देश बदल रहा है। इसके अलावा, डल झील में खेलो इंडिया वॉटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें पूरे भारत से 800 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया।
सिविल सेवा परीक्षा पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कई सक्षम छात्र मामूली अंतर से अंतिम सूची तक नहीं पहुंच पाते। अब उनके लिए सरकार ने प्रतिभा सेतु नामक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया है। इस पर 10,000 से अधिक ऐसे अभ्यर्थियों का डेटाबैंक उपलब्ध है, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षाओं के सभी चरण पास किए, लेकिन अंतिम मेरिट में स्थान नहीं बना पाए।
—राष्ट्र प्रेस
एससीएच/एएस