क्या प्रधानमंत्री मोदी नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात देंगे?
सारांश
Key Takeaways
- नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का उद्घाटन
- कनेक्टिविटी में सुधार
- यात्रा समय में कमी
- आर्थिक विकास को बढ़ावा
- सफर को आरामदायक बनाना
नई दिल्ली/वाराणसी, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की आधुनिक रेल अवसंरचना के विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने से पहले कहा कि ये वंदे भारत एक्सप्रेस कनेक्टिविटी को सशक्त बनाएंगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "जल्द ही यात्रा पर निकलने वाली वंदे भारत रेलगाड़ियां कनेक्टिविटी और आराम को प्रोत्साहित करेंगी।"
उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के संदेश पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें वैष्णव ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के नए रूटों की तस्वीरें साझा की थीं।
नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर चलेंगी। इन ट्रेनों के शुरू होने के बाद इन शहरों के बीच यात्रा समय में कमी आएगी और सफर को और ज्यादा आरामदायक बनाया जाएगा। ये ट्रेनें क्षेत्रीय गतिशीलता को बढ़ावा देंगी, पर्यटन को आकर्षित करेंगी और देशभर में आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित करेंगी।
बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस इस मार्ग पर सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और वर्तमान में चल रही विशेष ट्रेनों की तुलना में लगभग 2 घंटे 40 मिनट का समय बचाएगी। यह ट्रेन भारत के कुछ प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों, जैसे वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो को जोड़ने का कार्य करेगी।
लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग 7 घंटे 45 मिनट में यात्रा पूरी करेगी, जिससे यात्रा समय में लगभग 1 घंटे की बचत होगी। इस ट्रेन से लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के यात्रियों को विशेष लाभ होगा। इसके साथ ही, रुड़की होते हुए हरिद्वार तक उनकी पहुंच भी बेहतर होगी।
फिरोजपुर-दिल्ली वंदे भारत इस रूट पर सबसे तेज चलने वाली ट्रेन होगी, जो अपनी यात्रा मात्र 6 घंटे 40 मिनट में पूरी कर लेगी। यह ट्रेन राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब के प्रमुख शहरों, जैसे फिरोजपुर, बठिंडा और पटियाला, के बीच संपर्क को मजबूत करेगी।
दक्षिण भारत की एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रा समय में 2 घंटे से अधिक की कमी लाएगी, जिससे यह सफर 8 घंटे 40 मिनट में पूरा होगा। यह रूट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्रीय विकास और सहयोग को भी सहायता मिलेगी।