पुरी में दरिंदगी? नाबालिग लड़की को जिंदा जलाया, बेहतर इलाज के लिए एम्स दिल्ली रेफर

सारांश
Key Takeaways
- 15 वर्षीय लड़की पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई गई।
- लड़की को एम्स दिल्ली रेफर किया गया।
- पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।
- मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
- इस घटना ने सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर किया है।
भुवनेश्वर, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के पुरी जिले में शनिवार को 15 वर्षीय लड़की पर तीन अज्ञात बदमाशों ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। गंभीर रूप से झुलसी लड़की को बेहतर चिकित्सा के लिए रविवार को एम्स भुवनेश्वर से एम्स दिल्ली भेजा गया।
एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक डॉ. आशुतोष बिस्वास ने कहा कि लड़की की स्थिति अब स्थिर है और उसे विशेष विमान से दिल्ली भेजा गया है। उन्होंने बताया, "एम्स दिल्ली को इस बारे में अवगत करा दिया गया है।"
यह घटना शनिवार सुबह लगभग 8 बजे पुरी के बालंगा थाना क्षेत्र के बयाबर गांव में हुई। लड़की अपनी सहेली को किताब लौटाने जा रही थी, तभी मोटरसाइकिल सवार तीन युवकों ने उसे रोका। पुलिस के अनुसार, बदमाशों ने लड़की को पास की भार्गवी नदी के किनारे ले जाकर उसके मुंह पर रुमाल रखा और ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी।
घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने आग बुझाई और लड़की को पिपली के सरकारी अस्पताल भेजा, जहाँ से उसे एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया।
लड़की के रिश्तेदार आमिर खान ने कहा कि वह 50-60 प्रतिशत तक झुलस चुकी है और उसकी स्थिति गंभीर है। उन्होंने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। आमिर ने कहा, "हम उसकी हालत देखकर सदमे में हैं। वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही।"
पुरी के पुलिस अधीक्षक पिनाक मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, "यह एक संवेदनशील और गंभीर मामला है। हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।" जिला कलेक्टर चंचल राणा ने कहा कि प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यह घटना ओडिशा में हाल में बालासोर के फकीर मोहन कॉलेज में एक छात्रा के आत्मदाह की घटना के बाद दूसरी बड़ी वारदात है।
एम्स भुवनेश्वर के बाहर विरोध प्रदर्शनों के कारण पुलिस ने क्षेत्र में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 लागू की है। लड़की के पिता एक मोटर गैरेज में काम करते हैं।